Aakash Waghmare
18 Nov 2025
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई के वरिष्ठ सलाहकार जवाद लारीजानी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को खुली धमकी दी है। उन्होंने कहा कि जब ट्रंप मार-ए-लागो में धूप सेंक रहे हों, तब उन पर एक छोटा सा ड्रोन हमला कर सकता है। यह बहुत आसान है।
इस धमकी के बीच एक वेबसाइट ‘ब्लड पैक्ट’ सामने आई है, जो खामेनेई का अपमान करने वालों से बदला लेने के लिए फंड इकट्ठा कर रही है। वेबसाइट का दावा है कि अब तक 27 मिलियन डॉलर जुटा चुकी है। उसका लक्ष्य 100 मिलियन डॉलर है। वेबसाइट ने कहा है कि वह अल्लाह के दुश्मनों को सजा दिलाने वालों को इनाम देगी।
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स से जुड़ी फार्स न्यूज एजेंसी ने इस अभियान की पुष्टि की है। धार्मिक संगठनों से पश्चिमी देशों के दूतावासों और शहरों में प्रदर्शन करने को कहा गया है। साथ ही ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर ‘मोहेरेबेह’ कानून लागू करने की मांग की गई है। इस्लामिक कानून ‘मोहेरेबेह’ का मतलब है – ‘अल्लाह के खिलाफ युद्ध’, जिसकी सजा मौत है।
ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने कहा कि यह फतवा न तो सरकार का है और न ही खामेनेई का। हालांकि, खामेनेई से जुड़े अखबार ‘कायहान’ ने इस बयान को खारिज कर दिया और इसे “धर्म की रक्षा का आदेश” बताया।
अखबार ने लिखा – जो ऐसी चिंगारी भड़काएगा, उसका अंजाम खतरनाक होगा। इस्लामिक रिपब्लिक इजरायल को खून में डुबो देगी।
ईरान के पूर्व सांसद गोलामअली जाफरजादे इमेनाबादी ने इस तरह की धमकियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें ईरानी जनता पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाएंगी। इसके जवाब में ‘कायहान’ अखबार ने लिखा- ट्रंप से बदला लेना अब एक राष्ट्रीय मांग बन चुका है। इमेनाबादी के बयान ईरानी मूल्यों के खिलाफ हैं।
जनवरी 2020 में अमेरिका के आदेश पर ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की ड्रोन हमले में मौत हुई थी। तब से ट्रंप ईरान के निशाने पर हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने पहले भी चेतावनी दी थी कि ईरान ट्रंप की हत्या की साजिश रच सकता है।