Aniruddh Singh
30 Dec 2025
प्लोरिडा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और हमास दोनों के प्रति सख्ती दिखाते हुए कहा है कि अगर ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल या परमाणु हथियार कार्यक्रम दोबारा शुरू किया, तो अमेरिका एक और सैन्य हमला करने से पीछे नहीं हटेगा। डोनाल्ड ट्रंप ने यह बात इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के साथ फ्लोरिडा स्थित अपने मार-ए-लागो एस्टेट में हुई बैठक के बाद कही। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें ऐसी रिपोर्ट्स मिल रही हैं, जिनसे संकेत मिलता है कि जून में हुए बड़े अमेरिकी हमले के बाद भी ईरान अलग-अलग ठिकानों पर हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका अच्छी तरह जानता है कि ईरान कहां जा रहा है और क्या कर रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा वे उम्मीद करते हैं कि ईरान ऐसी गतिविधियां न करे, क्योंकि अमेरिका किसी भी हाल में अपने अत्याधुनिक बी-2 बमवर्षक विमानों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकेगा। बैठक में गाजा संघर्ष और युद्धविराम को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा वह गाजा युद्धविराम के दूसरे चरण की ओर बढ़ना चाहते हैं, जिसमें वहां अंतरराष्ट्रीय शांति सेना की तैनाती शामिल है। हालांकि, उन्होंने इस प्रक्रिया में देरी के लिए सीधे तौर पर हमास को जिम्मेदार ठहराया। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमास ने अब तक हथियार डालने से इनकार किया है, जिससे शांति प्रक्रिया में रुकावट आ रही है।
हमास को चेतावनी देते हुए ट्रंप ने सख्त लहजे में कहा अगर संगठन को तुरंत जिद छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा हमास ने हथियार नहीं डाले, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इजरायल पहले ही संकेत दे चुका है कि यदि बातचीत के जरिए निरस्त्रीकरण नहीं हुआ, तो वह दोबारा सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी कहा कि वह ईरान की गतिविधियों को लेकर लगातार डोनाल्ड ट्रंप के संपर्क में रहेंगे। उन्होंने कहा हाल के संघर्षों के बाद इजरायल के दुश्मन फिर सैन्य ताकत बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं। इसे लेकर इजरायल सतर्क है।