Mithilesh Yadav
7 Oct 2025
नई दिल्ली। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शुक्रवार को कांग्रेस की OBC सेल द्वारा आयोजित ‘भागीदारी न्याय सम्मेलन’ में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। इस सम्मेलन का उद्घाटन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया, जबकि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में OBC समुदाय के मुद्दों को उठाते हुए जातिगत जनगणना को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। राहुल गांधी ने PM मोदी को ‘शो-बाजी’ करने वाला नेता करार दिया और कहा कि उनकी असली ताकत नहीं है।
वहीं, खड़गे ने PM मोदी को ‘झूठों का सरदार’ बताते हुए उनके वादों को खोखला करार दिया। सम्मेलन में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, राजस्थान के पूर्व CM अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और सचिन पायलट जैसे बड़े नेता शामिल हुए।
राहुल गांधी ने सम्मेलन में अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं से सवाल किया कि राजनीति में सबसे बड़ी समस्या क्या है। कार्यकर्ताओं के ‘PM मोदी’ जवाब देने पर उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी कोई बड़ी समस्या नहीं हैं। उन्होंने बताया कि वह PM मोदी से दो-तीन बार मिल चुके हैं और उनकी राय है कि मोदी की छवि सिर्फ प्रचार और शो-बाजी पर टिकी है, जिसमें कोई वास्तविक दम नहीं है। राहुल ने कहा कि लोगों ने उन्हें सिर पर चढ़ा रखा है, लेकिन असली ताकत RSS के पास है, जो OBC समुदाय का सबसे बड़ा विरोधी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि RSS और BJP ने जानबूझकर OBC समुदाय का इतिहास मिटाने का प्रयास किया है। राहुल ने अपनी एक पुरानी गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि उन्होंने UPA सरकार के दौरान OBC समुदाय की पीड़ा को गहराई से नहीं समझा। अगर वह उस समय OBC के मुद्दों को समझ लेते, तो जातिगत जनगणना उसी समय करवा दी जाती। उन्होंने इसे अपनी निजी गलती बताते हुए वादा किया कि वह अब इस कमी को सुधार रहे हैं।
राहुल ने तेलंगाना मॉडल का जिक्र करते हुए कहा कि वहां जातिगत जनगणना के आंकड़े चौंकाने वाले हैं, जो यह दर्शाते हैं कि कॉरपोरेट क्षेत्र में OBC, दलित और आदिवासियों की भागीदारी न के बराबर है। उन्होंने सभी कांग्रेस शासित राज्यों में जाति जनगणना कराने की घोषणा की और कहा कि वह इस मुद्दे से पीछे नहीं हटेंगे। राहुल ने यह भी दावा किया कि जातिगत जनगणना के बाद 50% आरक्षण की सीमा स्वतः टूट जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने संबोधन में PM मोदी को ‘झूठों का सरदार’ करार देते हुए उनके कई वादों को खोखला बताया। उन्होंने कहा कि PM मोदी ने देश से 2 करोड़ नौकरियां देने, विदेश से कालाधन लाने, हर व्यक्ति को 15 लाख रुपये देने और किसानों को MSP देने जैसे वादे किए, लेकिन कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ। खड़गे ने PM मोदी पर संसद में भी झूठ बोलने का आरोप लगाया।
उन्होंने PM मोदी के OBC दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी पहले अपर कास्ट में थे, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अपनी कम्युनिटी को OBC लिस्ट में शामिल कर लिया। खड़गे ने तंज कसते हुए कहा कि अब PM मोदी OBC समुदाय के बीच खुद को सताया हुआ बताते हैं, जबकि वास्तव में वे सभी को सता रहे हैं। खड़गे ने जातिगत जनगणना और 50% आरक्षण सीमा हटाने की मांग को दोहराया और कहा कि यह OBC समुदाय के लिए न्याय सुनिश्चित करने का एकमात्र रास्ता है।
भागीदारी न्याय सम्मेलन में कांग्रेस ने OBC डिपार्टमेंट का नया लोगो लॉन्च किया और देशभर से आए OBC नेताओं को एकजुट करने का प्रयास किया। सम्मेलन में सिर्फ रजिस्टर्ड प्रतिनिधियों को ही प्रवेश दिया गया था। पार्टी ने राज्य और जिला स्तर पर OBC समिति के सदस्यों को इस आयोजन में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश दिया था।
सम्मेलन का उद्देश्य OBC समुदाय के मुद्दों पर नियमित वर्कशॉप आयोजित करना और हर राज्य की राजधानी में जाति सर्वेक्षण कराना है, ताकि OBC समुदायों तक पहुंच बढ़ाई जा सके और उनकी आवाज को चुनावी स्तर पर मजबूती दी जा सके। इस आयोजन में हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक जैसे राज्यों से बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जो OBC नेतृत्व को मजबूत करने की कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है।