Naresh Bhagoria
28 Nov 2025
पटना। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के लिए अपशब्दों के इस्तेमाल का विवाद अब सड़कों तक पहुंच गया है। शुक्रवार को पटना में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। कांग्रेस कार्यालय ‘सदाकत आश्रम’ के बाहर शुरू हुआ विरोध देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया।
दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर लाठियां, ईंट-पत्थर चलाए और वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की। हालात बिगड़ने पर पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को काबू में लिया गया।

सुबह भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे और राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। थोड़ी देर में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मैदान में उतर आए। दोनों ओर से तीखी नारेबाजी के बीच माहौल इतना गरमा गया कि हाथापाई शुरू हो गई। इसके बाद लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों का इस्तेमाल हुआ।
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ता गेट तोड़कर पार्टी दफ्तर के अंदर घुस गए और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। वहीं, भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी और इंडिया गठबंधन के नेताओं पर आरोप लगाते हुए सदाकत आश्रम तक मार्च निकाला। झड़प में कई कार्यकर्ताओं को चोटें आईं, जिनमें एक कांग्रेस कार्यकर्ता का सिर भी फट गया।
हिंसक झड़प के चलते सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। कांग्रेस कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। पुलिस ने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए बल प्रयोग किया और किसी तरह स्थिति पर नियंत्रण पाया। कांग्रेस कार्यकर्ता दफ्तर के गेट पर जमीन पर बैठकर प्रदर्शन करते रहे, वहीं भाजपा कार्यकर्ता लगातार नारेबाजी करते रहे।
इस पूरे विवाद की जड़ दरभंगा की वह घटना है, जहां बुधवार को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। मंच से यह बयान रिजवी उर्फ राजा नाम के युवक ने दिया था, जो दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के भपुरा गांव का रहने वाला है। रिजवी को देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह पेशे से पिकअप ड्राइवर बताया जाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को लेकर कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा के मंच से प्रधानमंत्री और उनकी माताजी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल निंदनीय और लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है। अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि गांधी परिवार शुरू से ही नरेंद्र मोदी के खिलाफ नफरत फैलाने का काम करता रहा है और अब उन्होंने सारी मर्यादाएं तोड़ दी हैं। शाह ने इसे 140 करोड़ देशवासियों का अपमान बताया और कहा कि देश कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा।