Mithilesh Yadav
7 Oct 2025
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सुदीप्तो सेन के डायरेक्शन में बनी फिल्म द केरल स्टोरी को बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट सिनेमैटोग्राफी का पुरस्कार मिला। इस फैसले को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और शिक्षा मंत्री ने निंदा जताई है और इसे भारतीय सिनेमा की महान परंपरा का अपमान बताया।
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में द केरल स्टोरी फिल्म को बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट सिनेमैटोग्राफी का अवॉर्ड दिया गया। जिसको लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, एक ऐसी फिल्म को सम्मानित करके राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की जूरी ने संघ परिवार को बांटने वाली विचारधारा को मान्यता दी है।
यह फिल्म गलत जानकारी फैलाती है और केरल की छवि को खराब करने के साथ-साथ साम्प्रदायिक नफरत फैलाने के इरादे से गलत बातें दिखाती है। उन्होंने आगे लिखा कि इस फैसले से केरल और वहां के लोगों का अपमान हुआ है। केरल राज्य हमेशा से मेल-जोल, शांति और भाईचारे के लिए जाना जाता है। यह सिर्फ मलयालियों की नहीं, बल्कि हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है, जो लोकतंत्र में विश्वास रखता है। हमें मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठानी होगी।
केरल के शिक्षा मंत्री वी.शिवनकुट्टी ने भी इस फैसले को लेकर अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने द केरल स्टोरी को पुरस्कार दिए जाने के फैसले की आलोचना करता हुए कहा, नफरत और बेबुनियाद आरोप वाली फिल्म द केरल स्टोरी को सम्मानित करना गलत है। यह फैसला बाकी सभी पुरस्कारों की गरिमा को कम करता है। वहीं दूसरी तरफ, उन्होंने केरल से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले विजेताओं उर्वशी, विजयराघवन और क्रिस्टो टॉमी को बधाई दी।
द केरल स्टोरी के साथ-साथ, 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में कई अन्य फिल्मों और कलाकारों को पुरस्कार दिए गए। विक्रांत मैसी और शाहरुख खान को 12वीं फेल और जवान फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला है। वहीं, रानी मुखर्जी ने मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीता। जबकि करण जौहर की रॉकी और रानी की प्रेम कहानी को सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय मनोरंजन फिल्म का पुरस्कार दिया गया।