vikrant gupta
8 Oct 2025
छिंदवाड़ा। खाद की कमी और किसानों की समस्याओं को लेकर बुधवार को कांग्रेस ने छिंदवाड़ा में बड़ा प्रदर्शन किया। आंदोलन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने पहले किसानों के साथ मिलकर ट्रैक्टर रैली निकाली और फिर कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना दिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़प और धक्का-मुक्की भी हुई।
खास बात यह रही कि कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे तो कांग्रेस नेताओं ने कुत्ते को ज्ञापन सौंपकर विरोध जताया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व सांसद नकुलनाथ और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस नेताओं ने किसानों की समस्याओं पर ज्ञापन सौंपने की कोशिश की, लेकिन कलेक्टर मौके पर मौजूद नहीं थे। इसके बाद कांग्रेसियों ने विरोध के अनोखे अंदाज में कुत्ते के गले में ज्ञापन बांध दिया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कुत्ते को ऊपर उठाकर प्रतीकात्मक रूप से ज्ञापन सौंपा। इस घटना ने सभी का ध्यान खींचा और भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस ने इसे करारा संदेश बताया।
प्रदर्शन से पहले कांग्रेस ने किसानों के साथ ट्रैक्टर रैली निकाली। प्रदेशभर से किसान ट्रैक्टर लेकर छिंदवाड़ा पहुंचे। यह रैली जेल बगीचा मैदान तक पहुंची, जहां नेताओं ने सभा को संबोधित किया। सभा में किसानों की समस्याओं, खाद की कमी और सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला गया।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सरकार पर खाद की कमी को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- प्रदेश में खाद की कमी बनी हुई है और भाजपा के नेता कह रहे हैं कि कोई कमी नहीं है। अगर ऐसा है तो फिर किसान लाइन में क्यों लगे हैं और पुलिस उन पर डंडे क्यों चला रही है? मंच से उन्होंने नारा दिया - 'खाद चोरों, कुर्सी छोड़ो'
पटवारी ने कहा कि नकुलनाथ का भाषण किसानों के दर्द और छिंदवाड़ा के लिए उनके प्रेम को दर्शाता है। वे चुनाव जरूर हारे, लेकिन कमलनाथ जी की 10 साल की तपस्या का सम्मान नहीं किया गया।
पूर्व सांसद नकुलनाथ ने भी सरकार और प्रशासन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- आपने आदिवासी दिवस पर आदिवासियों पर FIR की। जब किसान यूरिया के लिए कतार में खड़ा हुआ, तब भी FIR कर दी। बताइए कितने किसानों पर FIR करोगे, कितनों को गिरफ्तार करोगे? हम सब गिरफ्तार होने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले में बड़ी संख्या में किसानों की जमीन को सामान्य में कंवर्ट किया गया है। "कुछ महीने पहले यह संख्या 100 थी, अब 190 तक पहुंच चुकी है।"
पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा कि 2013 में जबलपुर में भी वोट चोरी हुआ था। इसके खिलाफ सांसद विवेक तनखा कोर्ट गए थे। छिंदवाड़ा में भी चुनाव हारा नहीं गया, बल्कि चुनाव लूटा गया।