छत्तीसगढ़ में NHM संविदा कर्मचारियों का जल सत्याग्रह कल से, 16 हजार कर्मचारी नवा रायपुर में करेंगे प्रदर्शन
रायपुर। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के करीब 16 हजार संविदा कर्मचारी सोमवार से नवा रायपुर में जल सत्याग्रह प्रदर्शन करेंगे। यह आंदोलन उनके लंबे समय से अनसुनी मांगों को लेकर चल रहा है। पहले ही सामूहिक इस्तीफे देने वाले NHM कर्मचारी अब चेतावनी के बावजूद सरकार के खिलाफ सख्त प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों ने चेताया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो विधानसभा तथा सभी मंत्री-विधायकों के बंगले का घेराव भी किया जाएगा।
जल सत्याग्रह के माध्यम से संघर्ष
रायपुर जिला NHM संघ के संगठन मंत्री अमन दास ने बताया कि इस पखवाड़े भर चलने वाले जल सत्याग्रह में प्रदेश के सभी जिले से 16 हजार कर्मचारी हिस्सा लेंगे। रायपुर में करीब 1600, दुर्ग में 850 और रायगढ़ में 500 कर्मचारी पहले ही सामूहिक इस्तीफा दे चुके हैं।
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के ध्यान में लाने के लिए वे नवा रायपुर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि संविदा कर्मियों की आवाज सुनी जाए।
सिस्टम दबाव बना रहा, संवाद बंद
संविदा कर्मियों ने आरोप लगाया है कि शासन-प्रशासन स्तर पर बातचीत के सारे दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। उन्हें केवल प्रदर्शन ही आखिरी विकल्प बचा है। अमन दास ने कहा, “जब तक हमारी 10 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होंगी, संघर्ष जारी रहेगा।” उल्लेखनीय है कि कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के मुखौटे पहनकर विरोध प्रदर्शन किया और खून से लेटर भी लिखकर सरकार को संदेश दिया।
सरकार का आधा आश्वासन
सरकार ने कर्मचारियों की 10 मांगों में से पांच को मानने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। 24 घंटे के अंदर काम पर लौटने का आदेश भी दिया गया, जिसे कर्मचारी ठुकरा चुके हैं। आदेश की प्रति स्वास्थ्य संचालनालय के सामने ही जलाकर विरोध प्रकट किया गया।
सभी CMHO से सूची मांगी गई
25 अगस्त को सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) को पत्र जारी किया गया था, जिसमें गैरमौजूद कर्मचारियों की सूची मांगी गई थी ताकि नियमानुसार कार्रवाई की जा सके।
अलग-अलग रूपों में प्रदर्शन जारी
प्रदेश भर में NHM कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों के समर्थन में लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई स्थानों पर उन्होंने छत्तीसगढ़ी गानों पर नृत्य प्रदर्शन किया। धमतरी में विशेष रूप से गीत 'मोर पथरा के देवता मानत नई हे वो' पर प्रदर्शन हुआ, जिसका अर्थ होता है- “मेरे देवता मान नहीं रहे हैं।”
कर्मचारी CM विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मुखौटे पहनकर प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही ‘तड़पाओगे तड़पा लो’, ‘क्या हुआ तेरा वादा’ जैसे पैरोडी गीतों के जरिए सरकार को कटाक्ष किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी यह प्रदर्शन तेजी से वायरल हो रहा है।