Aakash Waghmare
7 Dec 2025
खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ और राजनांदगांव में Naxal Surrender का ऐतिहासिक दिन आया। MMC जोन के केंद्रीय समिति सदस्य रामधेर मज्जी सहित 12 माओवादी नेताओं ने हथियार पुलिस के सामने डालकर मुख्यधारा में वापसी की। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार यह कदम नक्सली संगठन की जमीनी पकड़ को कमजोर करने में निर्णायक साबित होगा। इस सरेंडर ने राज्य में कानून और व्यवस्था को मजबूत करने का नया मोड़ ला दिया है।
आत्मसमर्पण राजनांदगांव जिला मुख्यालय में डिप्टी सीएम विजय शर्मा और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ। बकरकट्टा थाना पुलिस ने सभी 12 माओवादी नेताओं को सुरक्षित तरीके से जिला मुख्यालय तक पहुंचाया।
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नाम |
पद |
हथियार |
|
रामधेर मज्जी |
CCM |
AK-47 |
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चंदू दादा |
DVCM |
30 कार्बाइन |
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ललिता |
DVCM |
– |
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जानकी |
DVCM |
इंसास |
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प्रेम |
DVCM |
AK-47 |
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रामसिंह दादा |
ACM |
303 |
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सुकेश |
ACM |
AK-47 |
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लक्ष्मी |
PM |
इंसास |
|
शीला |
PM |
इंसास |
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सागर |
PM |
SLR |
|
कविता |
PM |
303 |
|
योगिता |
PM |
– |
यह समूह MMC (महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) स्पेशल जोनल कमेटी का सक्रिय हिस्सा था। सुरक्षा बलों के अनुसार यह सरेंडर MMC जोन की जमीनी पकड़ को कमजोर करने वाला निर्णायक कदम है। इससे पहले MMC प्रवक्ता अनंत ने आत्मसमर्पण और सीजफायर की मांग की थी।
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राजनांदगांव एसपी अंकिता शर्मा ने माओवादी नेताओं से सरेंडर करने की अपील की थी। लगातार चल रहे सर्च ऑपरेशन और प्रशासन की रणनीति के चलते माओवादी नेता मुख्यधारा में लौटने को मजबूर हुए। अधिकारियों के अनुसार, इस कदम से राज्य में शांति बहाल करने और नक्सली गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
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