Mithilesh Yadav
6 Oct 2025
Mithilesh Yadav
6 Oct 2025
Mithilesh Yadav
6 Oct 2025
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। शनिवार को कस्टोडियल रिमांड खत्म होने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद अदालत ने 6 सितंबर तक उन्हें रायपुर जेल भेजने का आदेश दिया। अदालत का यह फैसला बघेल परिवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि परिवार जमानत की उम्मीद लगाए बैठा था।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चैतन्य बघेल से बीते 5 दिनों तक पूछताछ की। पूछताछ शराब घोटाले और मनी-लॉन्ड्रिंग के नए तथ्यों पर केंद्रित रही। ईडी के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि जांच में चैतन्य बघेल की भूमिका सामने आई, जिसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
ईडी का कहना है कि चैतन्य बघेल पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसी कारण एजेंसी अब कुछ होटल और रियल एस्टेट कारोबारियों को भी समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी कर रही है।
चैतन्य बघेल को ईडी ने उनके जन्मदिन के दिन 18 अगस्त को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद एजेंसी ने उन्हें कोर्ट में पेश कर 5 दिन की कस्टोडियल रिमांड हासिल की थी। इस दौरान उनसे गहन पूछताछ की गई और नए तथ्यों को सामने लाने की कोशिश की गई। शनिवार को रिमांड खत्म होने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
कोर्ट के फैसले के बाद बघेल परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। परिवार को उम्मीद थी कि चैतन्य को जमानत मिल सकती है, लेकिन इसके बजाय उन्हें जेल भेज दिया गया। राजनीतिक गलियारों में इसे बघेल परिवार के लिए बड़ा राजनीतिक और व्यक्तिगत झटका बताया जा रहा है।
इस बीच, रायपुर के सुभाष स्टेडियम में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और तेजा पोरा का जन्मदिन मनाया गया। इसी कैंपस में ईडी का दफ्तर भी स्थित है। कार्यक्रम के दौरान ही चैतन्य की पत्नी ख्याति वर्मा और उनकी बहनें ईडी दफ्तर पहुँचीं और लगभग आधे घंटे तक चैतन्य से मुलाकात की। इसके बाद वे दुर्ग के लिए रवाना हो गईं।
अब मामले की अगली सुनवाई 6 सितंबर को होगी। तब तक चैतन्य बघेल रायपुर जेल में रहेंगे। वहीं, ईडी शराब घोटाले से जुड़े अन्य आरोपियों और कारोबारी नेटवर्क की जांच तेज करने वाली है।