Shivani Gupta
6 Dec 2025
Naresh Bhagoria
6 Dec 2025
Manisha Dhanwani
6 Dec 2025
Garima Vishwakarma
6 Dec 2025
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दौरान बिहार की वोटर लिस्ट में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को लेकर विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है। लोकसभा से लेकर राज्यसभा और बिहार विधानसभा तक इस मुद्दे पर जोरदार विरोध हो रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में मकर द्वार के बाहर प्रदर्शन कर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर वोटर लिस्ट में छेड़छाड़ का आरोप लगाया।
मंगलवार को संसद परिसर में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर जोरदार प्रदर्शन किया। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस, राजद और झामुमो समेत कई दलों के नेता हाथों में तख्तियां और पोस्टर लेकर पहुंचे। इन पर लिखा था- “लोकतंत्र की हत्या बंद करो”, “SIR मतदाता को मत तोड़ो”, “SIR की जिद छोड़ो”।
सांसदों ने आरोप लगाया कि SIR प्रक्रिया के जरिये वोट की चोरी की जा रही है। यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है। प्रदर्शन के दौरान कुछ पोस्टर पर लिखा था- “SIR: भारतीय गणराज्य को नुकसान”, “SIR: भारतीय अधिकारों की चोरी”।
विपक्षी दलों की मांग थी कि पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, बिहार की SIR प्रक्रिया, और अन्य संवेदनशील मुद्दों पर संसद में चर्चा करवाई जाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दें। जैसे ही लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिसके चलते दोनों सदनों को दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
सिर्फ संसद ही नहीं, बिहार विधानसभा में भी इस मुद्दे को लेकर विपक्ष हमलावर रहा। विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने घोषणा की कि “हम सरकार को सदन में घुसने नहीं देंगे।” विपक्ष का कहना है कि सरकार SIR के जरिए वोटर लिस्ट से उन मतदाताओं को बाहर कर रही है जो उसके विरोधी हैं।
विपक्षी विधायक काले कपड़ों में विधानसभा पहुंचे और मुख्य द्वार (मेन गेट) को जाम कर दिया। स्पीकर नंदकिशोर यादव और सत्ता पक्ष के विधायकों को अंदर जाने से रोका गया। बाद में बैक गेट का ताला तोड़कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सदन में प्रवेश कर सके।
RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि अगर लोकतंत्र में मतदाता ही सुरक्षित नहीं है, तो लोकतंत्र कैसे बचेगा? उन्होंने मांग की कि मुख्य चुनाव आयुक्त इस पूरी SIR प्रक्रिया की जांच कराएं।
SIR यानी विशेष गहन पुनरीक्षण, चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची को अपडेट करने की एक प्रक्रिया है। लेकिन विपक्ष का आरोप है कि बिहार में इस प्रक्रिया का दुरुपयोग हो रहा है। बड़ी संख्या में दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वोटरों के नाम लिस्ट से हटाए जा रहे हैं।
प्रदर्शन से पहले I.N.D.I.A. गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई, जिसमें लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मौजूद थे। इसमें तय किया गया कि प्रधानमंत्री की उपस्थिति और राहुल गांधी को बोलने की अनुमति की मांग को लेकर संसद में दबाव बनाया जाएगा। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि “सरकार लोगों से जुड़े मुद्दों से भाग रही है। हम इसे नहीं होने देंगे।”
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा। इसमें 18 बैठकें होंगी और 15 से अधिक बिल पेश किए जाएंगे। इनमें से 8 नए और 7 लंबित बिल शामिल हैं। लेकिन विपक्ष का कहना है कि जब तक जनता से जुड़े मुद्दों पर जवाब नहीं मिलता, वे सरकार को चैन से सदन नहीं चलाने देंगे।