बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का मतदान अब इतिहास बन गया है। इस बार दो चरणों में हुए चुनाव में कुल 66.91 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई, जो आजादी के बाद से अब तक का सर्वाधिक मतदान है। पहले चरण की 121 सीटों पर 6 नवंबर को 65.08 फीसदी और दूसरे चरण की 122 सीटों पर 11 नवंबर को 68.74 फीसदी मतदान हुआ।
बिहार में महिलाओं ने मारी बाजी
इस बार का मतदान पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक रहा। कुल वोटिंग में 62.8 फीसदी पुरुषों ने मतदान किया, जबकि 71.6 फीसदी महिलाओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यह पुरुषों से लगभग 8.8 फीसदी ज्यादा है।
1951 से लेकर 2025 तक बिहार का मतदान इतिहास
बिहार में आजादी के बाद 1951 में पहला विधानसभा चुनाव हुआ। उस समय 322 सीटों में से 276 सीटों पर चुनाव हुआ और 42.60 फीसदी मतदान हुआ। कांग्रेस ने 239 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई।
1957 और 1962 के चुनाव
- 1957 में 43.24% मतदान हुआ।
- 1962 में चार चरणों में चुनाव हुए, कुल 44.47% मतदान।
1967 से 1972 के चुनाव
- 1967: चार चरण, 51.51% मतदान। किसी को बहुमत नहीं मिला।
- 1969: एक चरण में 52.79% मतदान, फिर भी राष्ट्रपति शासन लागू।
- 1972: चार चरण, 52.79% मतदान।
1977 से 1985 तक
- 1977: जनता पार्टी बहुमत, 50.51% मतदान।
- 1980: कांग्रेस की वापसी, 57.28% मतदान।
- 1985: दो चरण, 56.27% मतदान।
1990 से 2000 तक
- 1990: एक चरण, 62.04% मतदान, लालू यादव मुख्यमंत्री बने।
- 1995: पांच चरण, 61.79% मतदान, जनता दल की बड़ी जीत।
- 2000: तीन चरण, 62.57% मतदान, राबड़ी देवी मुख्यमंत्री बनीं।
2005 से नीतीश कुमार का युग
- 2005: दो बार चुनाव, अक्टूबर में चार चरण। नीतीश कुमार जेडीयू के साथ सत्ता में।
- 2010: छह चरण, 52.73% मतदान।
- 2015: पांच चरण, 56.91% मतदान।
- 2020: तीन चरण, 57.29% मतदान।
- 2025: रिकॉर्ड तोड़ मतदान
इस बार दो चरणों में मतदान हुआ
- पहले चरण (121 सीट) – 65.08%
- दूसरे चरण (122 सीट) – 68.74%
- कुल मिलाकर 66.91%, जो बिहार में अब तक का सबसे बड़ा मतदान है।
- विशेष बात यह है कि महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया, जो बिहार में पहली बार हुआ।
अब सबकी नजरें 14 नवंबर पर
मतगणना 14 नवंबर को होगी और इस दिन पता चलेगा कि कौन किसे सियासी लाभ और नुकसान पहुंचा सका। बिहार की सियासी कहानी अब नतीजों के साथ पूरी तरह खुल जाएगी।