Priyanshi Soni
2 Nov 2025
पटना। बिहार के मोकामा में हुई दुलारचंद यादव हत्या के बाद पुलिस प्रशासन और चुनाव आयोग दोनों सख्त हो गए हैं। इस मामले में पुलिस ने सत्ताधारी दल जदयू के प्रत्याशी अनंत सिंह को गिरफ्तार किया है। राज्य में चुनाव को लेकर फिलहाल आचार संहिता लागू है, और इसी संदर्भ में पुलिस ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की। पुलिस ने मतदाताओं को आश्वस्त किया है कि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न होंगे।
मोकामा जिला दंडाधिकारी (डीएम) डॉ. थियागराजन एसएम ने बताया, इस घटना को प्रशासन ने अत्यंत गंभीरता से लिया है। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। जिला प्रशासन और पुलिस ने कई सख्त कदम उठाए हैं। सभी लाइसेंसी हथियार जमा कराने के आदेश दिए गए हैं।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 50 से अधिक चेकिंग पॉइंट बनाए जा रहे हैं, और सीएपीएफ के जवानों की तैनाती की गई है। अवैध हथियारों की जब्ती के लिए लगातार छापेमारी चल रही है, जिसमें सबसे अधिक जब्ती पटना से हुई है। सीएपीएफ जवान बिहार पुलिस और मजिस्ट्रेट के साथ मिलकर समन्वय में कार्य कर रहे हैं।
डीएम त्यागराजन ने बताया पिछले 48 घंटों से लगातार टीमों के साथ कैंप किया जा रहा है और अब स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। वारदात में शामिल सभी असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में कल 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने हत्या के मामले में पक्षों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सबूतों, प्रत्यक्षदर्शियों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर यह स्पष्ट हुआ है कि यह घटना विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र लागू आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित है।
आगे एसएसपी ने बताया कि चुनाव के दौरान हुई हिंसक झड़प उम्मीदवार अनंत सिंह की मौजूदगी में हुई थी, जिसके चलते पुलिस ने उन्हें मुख्य आरोपी बनाया है। अनंत सिंह को उनके साथियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम के साथ गिरफ्तार किया गया है। तीनों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा। पुलिस हत्याकांड की जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि घोसवरी थाना क्षेत्र को दोनों राजनीतिक खेमों के बीच विवाद और झड़प की सूचना मिली थी। पुलिस ने तारतर गांव के पास हुई इस हिंसा में तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया। हिंसा में मारे गए दुलारचंद यादव का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है।
एसएसपी ने कहा बिहार पुलिस पटना के मतदाताओं को यह भरोसा दिलाना चाहती है कि चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होंगे और सभी लोग निडर होकर मतदान कर सकेंगे। पटना पुलिस और प्रशासन मतदाताओं के साथ है, और किसी को भी अपने मतदान अधिकार का प्रयोग करने से रोका नहीं जाएगा।
बता दें, 30 अक्टूबर को जनसुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू की थी। यह घटना तब हुई जब दो प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़प हुई, जिसमें पत्थरबाजी के दौरान कई लोग घायल हो गए और 75 वर्षीय स्थानीय निवासी दुलारचंद यादव की मौत हो गई।