Manisha Dhanwani
11 Dec 2025
भोपाल। ड्रग तस्करी, हथियारों की अवैध खरीद-बिक्री और यौन शोषण जैसे संगीन मामलों में गिरफ्तार शाहवर अहमद उर्फ मछली और उसके भतीजे यासीन से जुड़े सनसनीखेज खुलासे सामने आए हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि इस परिवार ने न सिर्फ राजधानी में अवैध कब्जों और माफियागीरी के जरिए करोड़ों का साम्राज्य खड़ा किया, बल्कि दुबई तक नेटवर्क फैलाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेन-देन किया।
जेल में बंद शाहवर के मोबाइल की जांच में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिससे साबित होता है कि उसके संबंध दुबई में रियल एस्टेट, हवाला और नशा कारोबार से जुड़े लोगों से हैं। वहीं, भतीजे यासीन ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने लड़कियों को ड्रग्स का आदी बनाकर ब्लैकमेल करने और तस्करी में इस्तेमाल करने का तरीका खुद शाहवर से सीखा।
पुलिस की डिजिटल फॉरेंसिक टीम ने शाहवर अहमद के मोबाइल की जांच में पाया कि उसके संपर्क में शशांक दुबई नामक व्यक्ति है, जो पिछले सात महीनों में अलग-अलग खातों में 100 करोड़ रुपये से अधिक ट्रांसफर कर चुका है। सभी ट्रांजैक्शन के बाद भेजे गए स्क्रीनशॉट व्हाट्सएप चैट में सुरक्षित मिले हैं।
इन चैट्स में दुबई की प्रॉपर्टीज की खरीद-फरोख्त का भी जिक्र है। कुछ चैट्स में संपत्तियों के फोटो भी मिले हैं, जो स्पष्ट करते हैं कि शाहवर दुबई में रियल एस्टेट के कारोबार से भी जुड़ा था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि शाहवर का परवलिया सड़क पर स्थित ढाबा हुक्का लाउंज और स्नूकर क्लब के नाम पर नशे और तस्करी का अड्डा बन चुका था। यहां से खास ग्राहकों को ड्रग्स बेचा जाता था और लड़कियों को जाल में फंसाया जाता था।
यासीन ने पूछताछ में बताया कि वह अपने चाचा के साथ इन गतिविधियों में शामिल था और कई बार लड़कियों को ड्रग्स का आदी बनाकर उनके साथ संबंध बनाकर वीडियो बनाते थे, जिन्हें ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
एक युवती, जो पढ़ाई के लिए विदिशा से भोपाल आई थी, शाहवर के संपर्क में लाउंज पार्टी के दौरान आई। पहले शाहवर ने उसे अपने जाल में फंसाया और जब वह दुबई चला गया, तो भतीजे यासीन ने उसी युवती को अपनी गर्लफ्रेंड बना लिया। यासीन की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर युवती को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में पता चला कि वह गर्भवती थी और चाचा-भतीजे की ब्लैकमेलिंग और तस्करी गतिविधियों में कई बार इस्तेमाल की जा चुकी थी। हालांकि, मानसिक स्थिति और गर्भावस्था को देखते हुए, युवती ने केस दर्ज कराने से इनकार कर दिया और काउंसलिंग के बाद उसे छोड़ दिया गया।
शाहवर और उसके गुर्गों ने सिर्फ ड्रग और शोषण में ही नहीं, बल्कि अवैध अतिक्रमण के जरिए भोपाल की सरकारी जमीनों पर भी कब्जा कर करोड़ों की संपत्तियां खड़ी कर लीं। हथाईखेड़ा डैम के पास वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर प्लॉट का
भोपाल क्राइम ब्रांच और जिला प्रशासन ने मिलकर इस नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में तेज़ी से काम शुरू कर दिया है। अवैध निर्माण गिराए जा चुके हैं और अवैध लेन-देन व हवाला कनेक्शन की जांच के लिए ईडी और आयकर विभाग को भी जानकारी सौंपी गई है।