रचना पाठ के साथ मनाई हरिशचंद्र, दुष्यंत कुमार और रामधारी सिंह दिनकर की जयंती
सुनीता शर्मा ने अपनी कविता पेड़ पौधे काटोगे तो पानी सूख जाएगा..., कमलेश गुल ने अपनी गजल एकता की जुबान है हिंदी..., प्रेमचंद गुप्ता ने अपनी हास्य-व्यंग्य रचना, नीता सक्सेना ने अपनी कविता का पाठ किया।
Publish Date: 21 Sep 2021, 11:14 AM (IST)Reading Time: 1 Minute Read
भोपाल। अखिल भारतीय साहित्य परिषद की संगोष्ठी सरस्वती विद्या मंदिर में संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश व्यास शास्त्री ने की। अर्जुन दास खत्री मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद की राष्ट्रीय मंत्री डॉ. साधना बलवटे विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
सुनीता शर्मा के सरस्वती वंदना के पाठ के साथ ही कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सर्वप्रथम, परिषद की योजनानुसार प्रतिमाह मूर्धन्य साहित्यकारों की जयंती पर उनके कृतित्व व व्यक्तित्व पर चर्चा होती है।
इसी क्रम मे इस माह भारतेंदु हरिशचंद्र, दुष्यंत कुमार और रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर चर्चा आयोजित की गई व इन साहित्यकारों की रचनाओं का भी पाठ किया गया। इसके बाद सुनीता शर्मा ने अपनी कविता पेड़ पौधे काटोगे तो पानी सूख जाएगा..., कमलेश गुल ने अपनी गजल एकता की जुबान है हिंदी..., प्रेमचंद गुप्ता ने अपनी हास्य-व्यंग्य रचना, नीता सक्सेना ने अपनी कविता का पाठ किया।