बीमार बच्चों में शंकर (8), सुमन (6), मंगिता (8), आशा (6), प्रियंका (6) और अरुण (7) शामिल हैं। परिजनों के अनुसार, इन बच्चों की तबीयत सोमवार रात 8 बजे अचानक बिगड़ी। हालांकि, गाड़ी नहीं मिलने के कारण बच्चों को रात में अस्पताल नहीं ले जाया जा सका। मंगलवार को बच्चों को पानसेमल अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां डॉक्टर्स ने उनका इलाज किया, लेकिन प्रियंका, आशा और शंकर की हालत में सुधार नहीं हुआ। इन तीनों बच्चों को बड़वानी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
परिजनों के मुताबिक रविवार दोपहर बच्चे पाटी ब्लॉक के ग्राम वाटलाबेड़ा में रिश्तेदारों से मिलने गया था। रास्ते में बच्चों ने नाले का रुका हुआ पानी पी लिया, जिसके बाद उन्हें उल्टी और दस्त की समस्या शुरू हो गई। बच्चों की हालत बिगड़ते देख उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बीएमओ डॉ. अमृत बमनका ने अपनी टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया। साथ ही, तहसीलदार सुनील सिसोदिया ने भी बीएमओ से चर्चा कर घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
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