Garima Vishwakarma
24 Dec 2025
Garima Vishwakarma
24 Dec 2025
Garima Vishwakarma
24 Dec 2025
Naresh Bhagoria
22 Dec 2025
Sawan 2025। शास्त्रों में कहा गया है कि बेटियां मां लक्ष्मी का स्वरूप होती हैं। उनका भाग्य पूरे घर के भाग्य को प्रभावित करता है। बेटी की विदाई के बाद घर में खालीपन और उदासी आ जाती है, लेकिन जब वे मायके लौटती हैं तो साथ में खुशियां भी लौट आती हैं।
सावन का महीना बहुत पवित्र होता है। इस महीने में हरियाली तीज और रक्षाबंधन जैसे त्योहार आते हैं, जो बेटियों के बिना अधूरे माने जाते हैं। जब सावन में बेटी अपने मायके आती है, तो घर में रौनक और सकारात्मक ऊर्जा फैलती है।
सावन में जब बेटी मायके आए, तो उससे तुलसी का पौधा लगवाएं। मान्यता है कि इससे घर के क्लेश दूर होते हैं और सुख-शांति बनी रहती है। तुलसी लगाने से आध्यात्मिक जुड़ाव भी मजबूत होता है।
अगर आप चाहकर भी मकान नहीं बना पा रहे हैं या संपत्ति नहीं खरीद पा रहे हैं, तो सावन में किसी मंगलवार को बेटी से गुड़ को मिट्टी के बर्तन में रखवाकर जमीन में दबाएं। ऐसा करने से शीघ्र घर बनाने का सपना पूरा हो सकता है।
अगर घर में पैसों की कमी हो रही है, तो सावन में बेटी को श्रृंगार सामग्री भेंट करें। फिर बेटी के हाथों गुलाबी कपड़े में थोड़ा सा अक्षत (चावल) और एक चांदी का सिक्का बांधकर घर के धन स्थान पर रखवाएं। ऐसा करने से धनवृद्धि के योग बनते हैं।
बेटी सिर्फ बेटी नहीं होती, वो घर की लक्ष्मी होती है। सावन के पवित्र महीने में उसका मायके आना न सिर्फ परिवार को भावनात्मक सुकून देता है, बल्कि आध्यात्मिक और आर्थिक रूप से भी घर को समृद्ध बनाता है।