Aniruddh Singh
7 Oct 2025
अमेरिका द्वारा लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ और अतिरिक्त 25 प्रतिशत दंडात्मक टैरिफ का असर अब भारतीय बाजार पर साफ नजर आने लगा है। हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन, गुरुवार 7 अगस्त 2025 की सुबह करीब 9:30 बजे, बीएसई का सेंसेक्स 250 अंकों की गिरावट के साथ 80,412.94 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, एनएसई का निफ्टी 50 भी कमजोर होकर 24,506.95 के स्तर पर पहुंच गया।
अमेरिका की टैरिफ नीति और वैश्विक व्यापार तनाव ने निवेशकों की सोच पर नकारात्मक असर डाला है। इसकी वजह से घरेलू बाजार में बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है। भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव की वजह से निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं। इसी कारण गुरुवार को सोने की कीमतों में तेजी देखी गई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वी.के. विजय कुमार का कहना है कि अमेरिका और भारत के बीच बातचीत की संभावनाएं कम होती जा रही हैं। हालांकि, टैरिफ लागू करने से पहले 21 दिन का समय दिए जाने से बातचीत की उम्मीदें अब भी बाकी हैं, लेकिन व्यापार नीति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रशांत तापसे का मानना है कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा भारत से आने वाले उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाया गया है। इसके अलावा, संस्थागत निवेशकों की बिकवाली, रुपये की गिरती कीमत और निफ्टी में कमजोरी की वजह से शेयर बाजार में मंदी का माहौल बन सकता है। उनके अनुसार, ट्रंप के बयानों और फैसलों का असर आने वाले समय में और ज्यादा देखने को मिलेगा। हालांकि, भारत ने अब तक इस पर कोई तीखी प्रतिक्रिया नहीं दी है और शांत रुख बनाए रखा है।