Manisha Dhanwani
9 Dec 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी कृषि उत्पादों पर नए टैरिफ लगाने की संभावना जताई है। इनमें भारतीय चावल और कनाडाई उर्वरक भी शामिल हो सकते हैं। यह बयान उन्होंने व्हाइट हाउस में किसानों के साथ बैठक के दौरान दिया, जहां किसानों ने विदेशी सस्ते उत्पादों के कारण होने वाले नुकसान की शिकायत की।
बैठक में किसानों ने कहा कि कई देश अमेरिकी बाजार में बहुत सस्ते दामों पर चावल बेच रहे हैं, जिससे अमेरिकी किसानों की कमाई प्रभावित हो रही है। इस पर ट्रंप ने कहा- वे चीटिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरोपों की जांच होगी और यदि जरूरत पड़ी तो टैरिफ लगाए जाएंगे।
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लुइसियाना की केनेडी राइस मिल की सीईओ मेरिल केनेडी ने दावा किया कि भारत, थाईलैंड और चीन बड़े पैमाने पर सस्ता चावल भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीन खासकर प्यूर्टो रिको में इतनी मात्रा में चावल भेज रहा है कि अमेरिकी चावल की सप्लाई लगभग खत्म हो गई है। दक्षिणी राज्यों के किसान इससे सबसे ज्यादा प्रभावित बताए जा रहे हैं।
मेरिल केनेडी ने कहा कि मौजूदा टैरिफ असर दिखा रहे हैं, लेकिन उन्हें और सख्त बनाया जाना चाहिए। इस पर ट्रंप ने हैरानी जताई, लेकिन कहा कि यदि कोई देश डंपिंग कर रहा है तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से सभी देशों की सूची तैयार करने को कहा।
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ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि कनाडा से आने वाले उर्वरक पर भारी शुल्क लगाया जा सकता है ताकि अमेरिकी घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिल सके। ब्लूमबर्ग के अनुसार, भारत और कनाडा दोनों अमेरिका के साथ व्यापार समझौते करना चाहते हैं, लेकिन हाल के महीनों में बातचीत में कोई खास प्रगति नहीं हुई।
अमेरिकी व्यापार कार्यालय (USTR) के उप प्रमुख रिक स्विट्जर के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल 10 और 11 दिसंबर को भारत के साथ व्यापार वार्ता करेगा। भारत की ओर से वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल इस वार्ता का नेतृत्व करेंगे। अग्रवाल ने कहा है कि भारत इस साल के अंत तक समझौते के पहले चरण को पूरा करने की तैयारी में है।