Priyanshi Soni
4 Nov 2025
भारतीय मूल के न्यूयॉर्क मेयर पद के उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने कहा था- नेतन्याहू अमेरिकी राजनीति में इन दिनों भारतीय मूल के नेता जोहरान ममदानी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बयानबाजी ने नया मोड़ ले लिया है। डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट और न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के उम्मीदवार ममदानी ने हाल ही में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर नेतन्याहू न्यूयॉर्क आते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने ममदानी को तमीज से पेश आने की चेतावनी दी और उन्हें कम्युनिस्ट तक कह डाला।
जोहरान ममदानी ने एक जनसभा में कहा था कि अगर इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू न्यूयॉर्क आते हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया कि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है और न्यूयॉर्क जैसे वैश्विक शहर को मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। उनके इस बयान को कई यहूदी संगठनों और अमेरिकी नेताओं ने एंटी-सिमीटिक करार दिया और विरोध दर्ज कराया।
इस बयान के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में नेतन्याहू से मुलाकात के दौरान ममदानी पर तीखा हमला बोला। ट्रंप ने कहा, “वह सोशलिस्ट नहीं, कम्युनिस्ट हैं। उन्होंने यहूदी समुदाय के खिलाफ अपमानजनक बातें कही हैं। अगर उन्होंने अपना व्यवहार ठीक नहीं किया, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि ममदानी जैसे लोग अमेरिका में नफरत फैला रहे हैं और उन्हें चुनाव नहीं जीतने दिया जाना चाहिए।
जब नेतन्याहू से पत्रकारों ने ममदानी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा, “मुझे उसकी चिंता नहीं है। दुनिया में बहुत पागलपन है और लगता है यह कभी खत्म नहीं होगा।”
इसके बाद ट्रंप ने नेतन्याहू की बात काटते हुए कहा, “मैं उसे बाहर निकाल दूंगा।”
ममदानी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब नेतन्याहू सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय वार्षिक बैठक को संबोधित करने न्यूयॉर्क आ सकते हैं। इस संभावना के चलते ममदानी का बयान और भी अधिक विवादास्पद हो गया है, क्योंकि ICC द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट की पृष्ठभूमि में अमेरिका की राजनीतिक स्थिति जटिल हो सकती है।
जोहरान ममदानी भारतीय मूल के अमेरिकी नेता हैं, जो डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी से जुड़े हुए हैं। वे न्यूयॉर्क राज्य विधानसभा के सदस्य भी रह चुके हैं और अब मेयर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। वे सामाजिक न्याय, प्रवासी अधिकारों और फिलिस्तीन समर्थक नीतियों के पक्षधर माने जाते हैं।