
सीहोर। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम में चल रहे रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान तीन दिन में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। सोमवार सुबह करीब 6 बजे एक महिला को अचेत हालत में पाया गया, जिसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कथा सुनने गुजरात से आई थी महिला
बता दें कि मृतका की पहचान मंजू (55) के रूप में हुई है, जो गुजरात से रुद्राक्ष महोत्सव में कथा सुनने आई थी। पुलिस कोतवाली थाने को इसकी सूचना भेज दी गई है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वह गुजरात में कहां की रहने वाली थी और उसके साथ कौन आया था।
रुद्राक्ष महोत्सव में तीन मौतों से श्रद्धालुओं में चिंता
इससे पहले, रविवार को जबलपुर के गोलू कोष्टा (25) की मौत हो गई थी। गोलू अपने चार साथियों के साथ कथा सुनने पहुंचा था, लेकिन गर्मी और भीड़ के कारण चक्कर खाकर गिर पड़ा। उसे तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शनिवार को कानपुर से आए विजेंद्र की भी मृत्यु हो गई थी। इन तीनों मौतों से श्रद्धालुओं में चिंता बढ़ गई है।
तेज गर्मी बताया जा रहा कारण
बताया जा रहा है कि तेज गर्मी के कारण महिला को चक्कर आ गया और वह नीचे गिर गई। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे पहले भी जिन श्रद्धालुओं की मौत हुई उसका कारण भी गर्मी और भीड़ बताया जा रहा है
सीएम बोले – शराब की जगह दूध की दुकानें खोली जाएं
25 फरवरी से शुरू हुआ सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव आज समाप्त हो रहा है। इसके समापन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी कुबेरेश्वर धाम पहुंचे। उन्होंने मंच पर पहुंचकर पं. प्रदीप मिश्रा से आशीर्वाद लिया और श्रद्धालुओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुपोषण महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं से नहीं, बल्कि गाय पालन से दूर होगा। मेरा मानना है कि शराब की दुकानों की जगह दूध की दुकानें खोली जानी चाहिए।
सीएम ने शिप्रा नदी के सूखने पर चिंता जताई और कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि शिप्रा नदी मार्च में ही सूख जाती है। लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि अगला सिंहस्थ जब होगा, तो हम ऐसी व्यवस्था करेंगे कि लोग शिप्रा के पानी में ही स्नान कर सकें।”