भोपाल। राजधानी की अयोध्यानगर पुलिस ने चोरों के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से लगभग 16 लाख रुपये के जेवरात, नकदी, चोरी में प्रयुक्त तीन मोटरसाइकिल और हथियार जब्त किए हैं। ये बदमाश भोपाल सहित सागर, विदिशा और रायसेन के निवासी हैं, जो तेज सर्द रातों में सुनियोजित ढंग से चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपी और उनकी योजना
गिरफ्तार आरोपियों ने चोरी के लिए एक अलग रणनीति अपनाई थी। गिरोह की दो टीमें थीं, एक टीम रैकी करती थी और दूसरी टीम चोरी को अंजाम देती थी। आरोपियों ने चोरी के सामान को अपने महंगे शौक पूरे करने, जल्दी अमीर बनने और कर्ज चुकाने के लिए इस्तेमाल किया।
- शिवनारायण प्रजापति उर्फ चमन (32), विदिशा का रहने वाला, जो पहले चाउमिन का ठेला लगाता था।
- जितेंद्र राजपूत उर्फ जीतू (33), सागर का निवासी, जो खेती-बाड़ी करता है।
- रजत कुंडे (29), पीओपी फाल सीलिंग का काम करता था।
- जसवंत सेन उर्फ गोलू (25), ड्राइवर।
- नीरज मालवीय उर्फ सूर्या (29), ड्राइवर।
चोरी का सामान बरामद
सोने के 4 कंगन, झुमके, हार, टॉप्स और अंगूठियां।
चांदी की पायल, करदोनी, कटोरी, चम्मच और अन्य जेवर।
चोरी में प्रयुक्त 3 बाइक्स।
हथियार – एक पिस्टल, चाकू, छुरी, रॉड और टामी।
आरोपियों पर पहले भी कई गंभीर मामले दर्ज
गिरफ्तार आरोपियों पर पहले भी कई गंभीर मामले दर्ज थे। शिवनारायण प्रजापति के खिलाफ चोरी और आर्म्स एक्ट के तहत 12 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। जसवंत सेन, नीरज मालवीय और अन्य आरोपियों पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि अन्य चोरी की घटनाओं और गिरोह के नेटवर्क का खुलासा हो सके। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह ने भोपाल के अलावा अन्य जिलों में भी कई चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है।
One Comment