Aakash Waghmare
11 Nov 2025
Naresh Bhagoria
11 Nov 2025
Naresh Bhagoria
11 Nov 2025
अयोध्या से हर्षित चौरसिया। अयोध्या में शीत लहर के साथ प्रभु राम की आस्था वाली बयार भी कुछ इस तरह बह रही है कि सभी खिंचे चले आ रहे हैं। यूं तो हजारों उदाहरण हैं, लेकिन इस हुजूम में दो ऐसे उदाहरण देखने को मिले जिनकी चर्चा होना ही चाहिए। एक हैं- कर्नाटक के मुत्तन (54) और दूसरे कोलकाता के सोमिल (25)। मुत्तन ने अयोध्या तक करीब 2000 किमी का सफर पैदल एक लाठी और बदन में एक कपड़े के साथ तय किया तो सोमिल दिव्यांग हैं और एक पांव न होने के बाद भी 950 किमी का सफर तय कर दिया।
महात्मा गांधी के लुक में नजर आए कर्नाटक के मुत्तन ने 9 दिसंबर को अपने घर से पैदल चलना शुरू किया था। लक्ष्य 22 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंचना था, इसलिए प्रतिदिन 40 से 50 किमी पैदल चलते रहे। ठंड न लगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मन से मानों तो है पर नश्वर होने वाले शरीर को जैसे आदेश दो वह वैसा हो जाता है।
25 साल के सोमिल सफेद रंग की साइकिल पर एक हाथ से लाठी का सहारा लिए खड़े लोगों के साथ फोटो खिंचवा रहे थे। उन्होंने बताया कि मन में आया कि राम की नगरी देखने पूरा देश आ रहा है, हम पीछे कैसे रह सकते हैं तो ठाना और अयोध्या की ओर निकल पड़े। सोमिल पढ़ाई करते हैं। साइकिल चलाना उनका शौक है। एक दुर्घटना में एक पांव खोने के बाद भी उन्होंने हौसला नहीं खोया, जहां लोगों को चंद किमी पैदल चलने में दर्द होता है, वे 950 किमी का सफर अकेले एक पांव से कर लिया। राम के प्रति उनकी ये आस्था उनके हौसलों को बढ़ा रही है चेहरे पर बिना सिकन लिए जय श्री राम के नारे लगते सोमिल को देखकर लोगों का जोश भी दोगुना हो रहा है।
अयोध्या से मयंक तिवारी। अयोध्या पहुंचने वाले सभी प्रमुख नेशनल हाइवे से लेकर अयोध्या के अंदर और रामपथ से लेकर राममंदिर परिसर के पास तक महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के फ्लैक्स चर्चा में हैं। रामपथ में मुख्य प्रवेश द्वार के पास उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी के भी कुछ फ्लैक्स नजर आ रहे हैं। शिंदे के फ्लैक्सों पर भगवान राम को नमन करते हुए पीएम मोदी दिखाए गए हैं। वहीं धामी के पोस्टर में देवभूमि उत्तराखंड के निवासियों की ओर से प्राण प्रतिष्ठता समारोह की बधाई दी गई है। बता दें, पूरी अयोध्या में महाराष्ट्र व उत्तराखंड के अलावा भाजपा शासित अन्य किसी भी राज्य के सीएम फ्लैक्स दिखाई नहीं दे रहा है।