Aditi Rawat
13 Nov 2025
Naresh Bhagoria
13 Nov 2025
भोपाल। उज्जैन में सिंहस्थ 2028 को लेकर व्यापक तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। क्षिप्रा नदी को प्रदूषण मुक्त करने अब ‘नमामि क्षिप्रा’ कार्यक्रम चलाया जाएगा। वहीं उज्जैन के साथ पूरे मालवा और निमाड़ के जिलों का विकास प्लान बनेगा। इंदौर, सांवेर, देवास एवं उज्जैन नगरीय क्षेत्रों में वर्ष 2040 की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए जल-मल योजनाएं और सीवेज ट्रीटमेंट प्लान बनेगा। कान्ह नदी सहित क्षिप्रा नदी में मिलने वाले सभी नदी-नालों का दिसम्बर 2027 तक ट्रीटमेंट करने का टारगेट रहेगा। सिंहस्थ के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रियों की कमेटी जल्द बनाई जा रही है।
सीएम डॉ. मोहन यादव मंगलवार को मंत्रालय पहुंचे और सिंहस्थ का पूरा प्लान जाना। अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा और प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीरज मंडलोई सहित कई अन्य विभागों के प्रमुख सचिव मौजूद थे।
उज्जैन में विकसित होने वाली आध्यात्मिक सिटी के लिए महाकाल महालोक के प्रथम और द्वितीय चरण के लिए कार्ययोजना बनेगी।
सिंहस्थ के लिए 30 सदस्यीय प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग यूनिट बनेगी। यह यूनिट कार्ययोजना तैयार करेगी, विभिन्न विभागों से समन्वय करेगी तथा टेंडर सिस्टम को देखेगी। टेंडर 12 जून तक खोले जाएंगे।