Manisha Dhanwani
28 Oct 2025
Peoples Reporter
27 Oct 2025
Shivani Gupta
27 Oct 2025
राजीव सोनी-भोपाल। लोकसभा चुनाव के बाद बुधनी विधानसभा सीट खाली होने की स्थिति में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय भी बुधनी से ताल ठोक सकते हैं। तीन दशक बाद विदिशा संसदीय सीट से शिवराज चुनाव मैदान में हैं, उनकी जीत की प्रबल संभावना भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सार्वजनिक तौर पर शिवराज को दिल्ली की राजनीति में सक्रिय करने के संकेत दे चुके हैं। ऐसी स्थिति में बुधनी विधानसभा सीट से कार्तिकेय का नाम भी चल पड़ा है। नेतापुत्रों व परिवारवाद के खिलाफ संगठन की गाइड लाइन आड़े नहीं आई तो कार्तिकेय की लांचिंग हो सकती है।
बुधनी विधानसभा क्षेत्र में कार्तिकेय की सक्रियता तो पहले से ही बनी हुई है। लेकिन हाल ही में उनके जन्मदिन पर राजधानी में पहली बार जिस तरह होर्डिंग्स- पोस्टर लगाए गए उसके बाद से यह अटकलें तेज हो गईं। वे क्षेत्र में भी पूरी तरह सक्रिय हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बुधनी से सांसद रमाकांत भार्गव के अलावा क्षेत्रीय नेता रघुनाथ सिंह भाटी, रवि मालवीय और अर्जुन मालवीय भी प्रत्याशी हो सकते हैं। बुधनी में सांसद प्रतिनिधि अर्जुन मालवीय का दावा है कि सब कु छ पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निर्भर है।
मौजूदा लोकसभा चुनाव में भाजपा हाईकमान परिवारवाद की गाइडलाइन शिथिल कर प्रदेश के वन मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी अनीता चौहान को रतलाम-झाबुआ से चुनाव मैदान में उतार चुका है। इधर पूर्व सीएम चौहान ने स्पष्ट किया है कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा इसका फैसला हाईकमान ही करेगा।
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद मप्र में 4-6 सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं। अमरवाड़ा सीट खाली है जबकि बीना व विजयपुर से कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं लेकिन विस से इस्तीफे पर सस्पेंस है। बुधनी सहित सतना, डिंडोरी, पुष्पराजगढ़ और तराना के विधायक चुनाव मैदान में हैं।
विधानसभा चुनाव के दौरान नेता पुत्रों के मामले में भाजपा संगठन ने सख्ती दिखाई थी। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में विस अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, यशोधरा राजे, जयंत मलैया और नरोत्तम मिश्रा के बेटों को चुनावी लांचिंग का इंतजार है। भाजपा हाईकमान ने विधानसभा चुनाव 2023 में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को टिकट देकर उनके बेटे आकाश का टिकट काट दिया था। मंत्री प्रहलाद पटेल को उनके भाई जालम सिंह की सीट पर प्रत्याशी बनाया था। पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन के स्थान पर उनकी बेटी मौसम बिसेन का टिकट घोषित किया पर वे चुनाव नहीं लड़ पाई।
कार्तिकेय को लेकर केवल चर्चा ही है। भाजपा संगठन की अपनी कार्यशैली है। कौन कहां से चुनाव लड़ेगा इसका फैसला पार्टी करेगी। भाजपा अध्यक्ष जिसका नाम तय करेंगे वही बुधनी से चुनाव लड़ेगा। -शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम