Garima Vishwakarma
24 Dec 2025
Garima Vishwakarma
24 Dec 2025
Garima Vishwakarma
24 Dec 2025
Naresh Bhagoria
22 Dec 2025
Sawan Somwar 2025। सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का सबसे पवित्र समय माना जाता है। इस साल सावन 11 जुलाई 2025, शुक्रवार से शुरू होकर 9 अगस्त 2025, शनिवार तक रहेगा। पूरे महीने शिव भक्त व्रत रखते हैं, रुद्राभिषेक करते हैं और शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध, जल आदि अर्पित करते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, 10 जुलाई की रात 1:36 बजे से आषाढ़ पूर्णिमा शुरू होगी, जो 11 जुलाई की रात 2:06 बजे तक रहेगी। इसके बाद 11 जुलाई से सावन मास की शुरुआत होगी। सावन का समापन 9 अगस्त 2025 को होगा।
सनातन परंपरा के अनुसार, देवशयनी एकादशी के बाद भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं और चार माह तक भगवान शिव सृष्टि संचालन का कार्य संभालते हैं। इस समय को चातुर्मास कहा जाता है, जो धर्म, व्रत, तपस्या और संयम से जुड़ा होता है।
सावन सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्त की हर मनोकामना पूरी करते हैं। कुंवारी कन्याएं भी मनचाहा वर पाने के लिए इस व्रत को करती हैं।
सावन में भगवान शिव की पूजा करना बेहद फलदायी माना गया है। अगर पूजा सही विधि से की जाए, तो भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
सावन मास से चातुर्मास की शुरुआत होती है, जो भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक मास तक चलता है। यह समय तपस्या, व्रत, भक्ति और आत्म-नियंत्रण का होता है। इस दौरान धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ, जप-तप और ब्रह्मचर्य का पालन करने से विशेष पुण्य मिलता है।