
लंदन। भारतीय क्रिकेट के लीजेंड सचिन तेंदुलकर को एक और ऐतिहासिक सम्मान मिला है। गुरुवार को लॉर्ड्स के मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) म्यूजियम में उनके चित्र (पोर्ट्रेट) का भव्य अनावरण किया गया। यह कार्यक्रम भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट से ठीक पहले आयोजित किया गया।
यह पेंटिंग ब्रिटिश कलाकार स्टुअर्ट पियर्सन राइट ने बनाई है। खास बात यह है कि यह चित्र राइट द्वारा 18 साल पहले सचिन के घर पर ली गई एक तस्वीर के आधार पर तैयार किया गया है। यह पोर्ट्रेट इस साल के अंत तक MCC म्यूजियम में रहेगा, इसके बाद इसे लॉर्ड्स के ऐतिहासिक पवेलियन की लॉन्ग रूम गैलरी में लगाया जाएगा।
सचिन बोले- अब लगता है, मेरा क्रिकेट सफर पूरा हो गया
इस मौके पर भावुक होते हुए मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा, “यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। 1983 में जब भारत ने वर्ल्ड कप जीता था, तभी मैंने पहली बार लॉर्ड्स को देखा था और कपिल देव को ट्रॉफी उठाते देखा था। उस पल ने मेरे क्रिकेट सफर की शुरुआत की थी। आज जब मेरी पेंटिंग यहां लगी है, तो लगता है कि मेरा सफर अब पूरा हो गया है।” उन्होंने आगे कहा कि अपने करियर को याद कर उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और यह पल उनके लिए बेहद खास है।
कलाकार राइट ने अपनाया नया तरीका
स्टुअर्ट पियर्सन राइट ने बताया कि MCC नहीं चाहता था कि यह पेंटिंग उनके पहले बनाए गए भारतीय क्रिकेटर्स के चित्रों जैसी हो। इसलिए उन्होंने इस बार एक नया दृष्टिकोण अपनाया। “मैंने इस पेंटिंग में सचिन के चेहरे और सिर पर ध्यान केंद्रित किया, ताकि उनकी हीरो जैसी छवि को उजागर किया जा सके,” राइट ने कहा। इस चित्र में फुल-लेंथ पोर्ट्रेट की बजाय सिर्फ सिर और कंधों को दर्शाया गया है, जो इसे अन्य चित्रों से अलग बनाता है।
घिसे हुए एल्यूमीनियम पर बना यह चित्र
राइट ने पेंटिंग बनाने में अब्रेसिव एल्युमीनियम (घिसे हुए एल्यूमीनियम) का उपयोग किया है। पृष्ठभूमि को ऐब्स्ट्रैक्ट (अमूर्त) रखा गया है, जो तेंदुलकर की बल्लेबाजी की कालातीतता को दर्शाता है। “मैं चाहता था कि दर्शकों का पूरा ध्यान सिर्फ सचिन के चेहरे और उनके व्यक्तित्व पर रहे। यही कारण है कि बैकग्राउंड को साधारण रखा गया है,” राइट ने कहा। राइट इससे पहले कपिल देव, बिशन सिंह बेदी और दिलीप वेंगसरकर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के भी चित्र बना चुके हैं।
MCC की लॉन्ग रूम गैलरी में लगेगा चित्र
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को मिला यह सम्मान सिर्फ उनकी उपलब्धियों की स्वीकृति नहीं, बल्कि विश्व क्रिकेट में उनके योगदान की अमिट छाप का प्रतीक है। यह चित्र जल्द ही MCC की लॉन्ग रूम गैलरी में लगाया जाएगा, जो खेल जगत की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित गैलरी मानी जाती है। MCC क्लब में इस समय करीब 300 पोर्ट्रेट और 3,000 से ज्यादा चित्र शामिल हैं।