Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
नई दिल्ली। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने जहां देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं, वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान को भी सख्त संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब आतंकवाद, परमाणु धमकियों और सिंधु जल समझौते के अन्यायपूर्ण स्वरूप को बर्दाश्त नहीं करेगा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा, "आज मुझे लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है।" उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आए आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों का कत्लेआम किया था। इस जघन्य वारदात से पूरा देश और दुनिया स्तब्ध थी। मोदी ने कहा कि उसी आक्रोश के परिणामस्वरूप भारतीय सेना ने सैकड़ों किलोमीटर दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों को नेस्तनाबूद किया।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि सिंधु जल समझौता एकतरफा और अन्यायपूर्ण है, जिसने सात दशकों से भारतीय किसानों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा, "भारत का पानी भारत के किसानों का है। अब भारत ने तय किया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।" पीएम मोदी ने कहा कि भारत सिंधु जल समझौते के मौजूदा स्वरूप को स्वीकार नहीं करेगा।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर द्वारा दी गई परमाणु धमकियों का जिक्र करते हुए कहा, "भारत अब किसी भी हालत में परमाणु ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा।" उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को अब अलग-अलग नहीं देखा जाएगा, क्योंकि वे मानवता के साझा दुश्मन हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भविष्य में यदि दुश्मनों ने कोई कोशिश की, तो सेना अपनी शर्तों और अपने लक्ष्यों के अनुसार जवाब देगी।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की नींद उड़ चुकी है और वहां रोज नए खुलासे हो रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमारी सेना ने जो किया है, उसे आने वाले कई दशकों तक भुलाया नहीं जा सकेगा।" मोदी के इस बयान को पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट संदेश माना जा रहा है कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और किसानों के हितों पर समझौता नहीं करेगा।