
भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने 2028 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत कर दी है। इसी कड़ी में पार्टी 21 और 22 जुलाई को धार जिले के ऐतिहासिक शहर मांडू में विधानसभा स्तर के विधायकों के लिए दो दिवसीय रणनीतिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने जा रही है। शिविर का उद्देश्य विधायकों को मौजूदा राजनीतिक चुनौतियों, संगठनात्मक भूमिका, कानूनी दबावों और संचार के आधुनिक माध्यमों के प्रति तैयार करना है।
शिविर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, विशेषज्ञ वक्ता और राजनीतिक रणनीतिकार विभिन्न विषयों पर सत्र लेंगे, ताकि विधायकों को व्यावहारिक और वैचारिक रूप से चुनावी दृष्टिकोण से सशक्त बनाया जा सके।
राहुल गांधी करेंगे वर्चुअल संबोधन
21 जुलाई से संसद का सत्र शुरू होने के कारण लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शिविर में वर्चुअली शामिल होंगे। वे कांग्रेस विधायकों को आगामी राजनीतिक रणनीतियों पर मार्गदर्शन देंगे और कुछ विधायकों से व्यक्तिगत संवाद भी कर सकते हैं।
इन विषयों पर होगी ट्रेनिंग
शिविर के दौरान कांग्रेस विधायकों को कई महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए कांग्रेस ने लीगल, आईटी, मीडिया, सोशल मीडिया और संगठनात्मक प्रबंधन के क्षेत्र से जुड़े दिग्गज विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है।
कानूनी दबाव और जांच एजेंसियों से निपटना- राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा बताएंगे कि किस तरह ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दबाव, पुलिस केस और फर्जी मामलों से निपटा जाए।
कांग्रेस का इतिहास और विचारधारा- पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन कांग्रेस की ऐतिहासिक यात्रा, वैचारिक दृष्टिकोण और लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रकाश डालेंगी।
संगठन में विधायकों की भूमिका- प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी बताएंगे कि संगठन में विधायकों की भूमिका क्या है और कैसे वे आगामी चुनावों की रणनीति में सक्रिय भागीदारी कर सकते हैं। साथ ही, संगठनात्मक कैलेंडर और प्राथमिकताओं पर भी चर्चा होगी।
मीडिया और सोशल मीडिया को लेकर भी विशेष सत्र- सोशल मीडिया एक्सपर्ट्स यह बताएंगे कि कम संसाधनों में अधिक प्रभावशाली सोशल मीडिया उपस्थिति कैसे बनाई जाए। साथ ही, अपने क्षेत्र के कार्यों और जनसंपर्क की गतिविधियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कैसे साझा करें, इस पर भी जानकारी दी जाएगी।
मीडिया से व्यवहार- विधायकों को एक सत्र में यह बताया जाएगा कि मीडिया के साथ संपर्क रखने, सरकार और पब्लिक के बीच मीडिया के माध्यम से प्रभावी ढंग से कैसे बात रखी जाए, खासकर पार्टी के अंदरूनी मामलों को सार्वजनिक मंचों पर लाने से कैसे बचा जाए और कैसे मीडिया के जरिए सरकार के खिलाफ प्रभावी ढंग से जनमत तैयार किया जाए।
2028 की चुनावी रणनीति की नींव
कांग्रेस इस ट्रेनिंग कैंप को 2028 विधानसभा चुनाव की नींव रखने वाला आयोजन मान रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बार विधायकों की तैयारी केवल जनसंपर्क तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि उन्हें हर मोर्चे- कानूनी, रणनीतिक और संचारपर सक्षम बनाना प्राथमिकता है।