Manisha Dhanwani
2 Nov 2025
हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत को अत्यंत शुभ माना गया है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद दिलाने वाला माना जाता है। मान्यता है कि इस व्रत से जीवन की तकलीफें दूर होती हैं और साधक की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। हर माह यह व्रत कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, 5 सितंबर 2025, शुक्रवार को महीने का पहला प्रदोष व्रत पड़ेगा। शुक्रवार के दिन होने के कारण इसे शुक्र प्रदोष व्रत कहा जाएगा।
प्रदोष पूजा मुहूर्त - 06:50 पीएम से 09:09 पीएम
त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ - 05 सितम्बर, 2025 को 04:08 एएम बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त - 06 सितम्बर, 2025 को 03:12 एएम बजे
महीने का दूसरा प्रदोष व्रत 29 सितंबर 2025, शुक्रवार को होगा। यह भी शुक्र प्रदोष व्रत कहलाएगा। भक्त इस समय भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना कर सकते हैं।