Garima Vishwakarma
14 Nov 2025
ज्योतिष में रत्नों का बहुत महत्व माना गया है। जिस तरह से ग्रह नक्षत्र हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं उस तरह से रत्न ग्रहों को प्रभावित करने का काम करते हैं। हमारे जीवन में शुभता बनी रहे और सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो इसके लिए कुछ रत्नों को धारण किया जा सकता है।
रत्न शास्त्र में प्रमुख 9 रत्नों और 84 उपरत्नों का जिक्र दिया गया है। इन्हीं में से एक मोती है जिसका बहुत महत्व माना गया है। इसे अंगूठी या फिर माला के रूप में पहना जा सकता है। जो भी रत्न है उन्हें राशि के मुताबिक पहनना सही माना गया है। आज हम आपको उस मंत्र के बारे में बताते हैं जो आपको मोती धारण करते समय पढ़ना चाहिए।
मोती चंद्रमा से जुड़ा रत्न है और इसे सोमवार को पहनना विशेष रूप से शुभ माना गया है। जैसे चंद्रमा शीतल और सौम्य होता है, वैसे ही मोती पहनने से व्यक्ति का व्यक्तित्व शांत और संतुलित बनता है। यह रत्न मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता लाने में मदद करता है और भगवान शिव की कृपा प्रदान करता है।
मोती पहनने से पहले इसे गंगाजल और दूध से शुद्ध करना आवश्यक है। शुद्ध मोती पहनते समय ध्यानपूर्वक मंत्र जाप करें। मुख्य मंत्र है ॐ सोम सोमाय नमः और इसके साथ ॐ चंद्राय नमः का जाप भी करें। इन मंत्रों का जाप 108 बार करना चाहिए और इसे हमेशा दाईं हाथ की कनिष्ठा उंगली में पहनना चाहिए।
मोती पहनने का सबसे शुभ समय सोमवार और प्रातःकाल है। इसे साफ हाथ से या साफ कपड़े में लपेटकर पहनें। मंत्र जाप करते समय मन को शांत और एकाग्र रखना चाहिए, ताकि मोती की ऊर्जा सीधे शरीर में प्रवाहित हो।
मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वाले लोग मोती धारण कर सकते हैं। इन लोगों के जीवन में मोती पहनने से मानसिक तनाव कम होता है, भावनात्मक संतुलन आता है और स्वभाव में सौम्यता और मधुरता आती है।
वृषभ, तुला, मकर और कुंभ राशि के लोग मोती धारण न करें। बिना जानकार पहनने पर उल्टा असर पड़ सकता है और मानसिक तनाव, जीवन में परेशानियां या नकारात्मक प्रभाव दिख सकते हैं।
मोती पहनने से चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है। यह गुस्सैल स्वभाव को शांत करता है, मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता प्रदान करता है। इसके अलावा, आत्मविश्वास बढ़ता है, व्यक्तित्व आकर्षक बनता है और जीवन में सफलता, सुख-शांति और संतुलन आता है। मोती स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए भी लाभकारी है। यह नींद सुधारता है, रक्तचाप नियंत्रित रखता है और त्वचा पर सौम्यता लाता है। साथ ही यह सामाजिक संबंधों और आर्थिक स्थिति में भी सकारात्मक बदलाव लाता है।