Priyanshi Soni
5 Nov 2025
लंदन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर ब्रिटेन पहुंच गए हैं। यह उनका चौथा ब्रिटेन दौरा है, जो ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के न्योते पर हो रहा है। यह पहली बार है जब मोदी और स्टार्मर एक द्विपक्षीय बैठक में आमने-सामने होंगे। इस यात्रा को भारत-यूके संबंधों के लिए ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि इस दौरान दोनों देशों के बीच वर्षों से लंबित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर होने जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की ब्रिटिश सम्राट किंग चार्ल्स तृतीय से भी शिष्टाचार मुलाकात तय है। यह मुलाकात भारत-ब्रिटेन के पारंपरिक संबंधों को और मजबूत करेगी। साथ ही, पीएम मोदी India-UK 2035 विजन लॉन्च करेंगे, जिसका उद्देश्य आने वाले दशकों में दोनों देशों के बीच सहयोग को नई दिशा देना है।
FTA (मुक्त व्यापार समझौता) ऐसा समझौता होता है, जिसमें दो देश व्यापार को आसान बनाने के लिए एक-दूसरे पर लगने वाले टैक्स (ड्यूटी) को कम या खत्म कर देते हैं। इससे आयात-निर्यात की लागत घटती है, जिससे कंपनियों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा होता है।
भारत में:
ब्रिटेन में:
FTA के जरिए नई नौकरियां पैदा होंगी, खासकर टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग, हेल्थकेयर और एजुकेशन जैसे क्षेत्रों में। ब्रिटेन की लगभग 26 कंपनियां भारत में निवेश की तैयारी में हैं। एयरबस और रोल्स रॉयस भारत को नए विमानों की आपूर्ति शुरू करेंगी।
यह डील न केवल व्यापार बल्कि रणनीतिक साझेदारी, रक्षा सहयोग, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा एवं रिसर्च, और जन-संपर्क को भी मजबूती देगी। India-UK 2035 विजन के तहत दोनों देश ग्लोबल इनोवेशन और टिकाऊ विकास में सहयोग बढ़ाएंगे।
ब्रिटेन के साथ FTA पर हस्ताक्षर भारत के लिए अमेरिका पर निर्भरता कम करने का संकेत है। यह बताता है कि भारत अब पश्चिमी देशों के बड़े बाजारों तक संतुलित और स्वतंत्र पहुंच बना रहा है।