Mithilesh Yadav
16 Sep 2025
पुष्पेन्द्र सिंह-भोपाल। सिंहस्थ 2028 की तैयारियां जारी हैं। राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि इस बार उज्जैन शहर में 2,400 हेक्टेयर में स्थाई अधोसंरचना के कार्य कराए जाएंगे जबकि वर्ष 2016 के सिंहस्थ में 3,061 हेक्टेयर भूमि पर 650 करोड़ के अस्थाई कार्य कराने के बाद हटा दिए दिए गए थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्णय पर उज्जैन में साधु-संतों के लिए स्थाई भू-खंड उपलब्ध कराने का प्लान तैयार किया जा रहा है। इस बार 120 किलोमीटर एरिया में सीसी सड़कें बनाई जाएंगी।
सिंहस्थ में करीब 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसको देखते हुए उज्जैन विकास प्राधिकरण, विकास का प्लान तैयार कर रहा है। राज्य शासन ने फिलहाल 500 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है, जबकि विभागों के लिए अलग बजट प्रावधान किया गया है। केंद्र सरकार से भी करोड़ों की डिमांड की जा रही है।
अभी तक सभी सिंहस्थ के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र में शामिल निजी भूमियों का एक वर्ष के लिए अधिग्रहण किया जाता था और उसमें अस्थाई विकास कार्य होते थे। वर्ष 2028 के सिंहस्थ में सभी कार्य स्थाई होंगे, जिससे अस्थाई कार्य हटाने में राशि का दुरुपयोग नहीं होगा।
संपूर्ण मेला क्षेत्र का उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा नगर विकास योजना (लेंड पूलिंग योजना) से प्लान तैयार किया जा रहा है। इसमें अखाड़ों, श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए काम किए जाएंगे।
सिंहस्थ के लिए स्थाई अधोसंरचना कार्य होंगे। मुख्यमंत्री की संकल्पना के अनुसार नगर विकास योजना के आधार पर इस बार सिंहस्थ 2028 के पूर्व संपूर्ण मेला क्षेत्र में स्थाई अधोसंरचना जैसे रोड, जल प्रदाय, सीवर लाइन, विद्युतीकरण, गार्डन आदि निर्माण किया जाएगा। -संदीप सोनी, सीईओ, उज्जैन विकास प्राधिकरण