Mithilesh Yadav
15 Oct 2025
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी और किसान संगठनों ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सरकारी आवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों ने फसलों के उचित दाम, भावांतर योजना में गड़बड़ी और प्याज-धान की समर्थन मूल्य नीति को लेकर विरोध जताया।
पटवारी खुद किसानों के साथ गेहूं की बोरी उठाकर शिवराज के बंगले तक पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान हल्की झड़प हुई और एक बोरी फटने से गेहूं सड़क पर बिखर गया।
दरअसल, बुधवार सुबह करीब 11 बजे किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान और करीब डेढ़ दर्जन किसान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। किसानों ने धान, प्याज और अन्य फसलों के उचित मूल्य न मिलने तथा भावांतर योजना में धोखाधड़ी की शिकायतें रखीं।
इस दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा- भावांतर योजना के जरिए पहले शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को ठगा था, अब केंद्र में कृषि मंत्री बनकर फिर गुमराह कर रहे हैं। इसके बाद पटवारी ने घोषणा की कि वे किसानों के साथ सीधे शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर जवाब मांगेंगे।
पीसीसी दफ्तर से निकलकर जीतू पटवारी, धर्मेंद्र सिंह चौहान और किसान पैदल ही शिवराज सिंह चौहान के बंगले की ओर रवाना हो गए। जैसे ही पुलिस को जानकारी मिली, उन्होंने रेड क्रॉस चौराहे पर बैरिकेडिंग कर दी। पुलिस ने कई बार सड़कों पर वाहन लगाकर रास्ता रोका, लेकिन पटवारी और उनके समर्थक पांच बार तक पुलिस को चकमा देकर आगे बढ़ते रहे।
शिवराज सिंह चौहान के सरकारी आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों को जब अंदर जाने की अनुमति नहीं मिली, तो उन्होंने सड़क पर ही गेहूं की बोरी उलट दी। कुछ कार्यकर्ता बोरी कंधे पर उठाकर बंगले की ओर बढ़े, तभी पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान हल्की झड़प की स्थिति बन गई और एक बोरी फट गई, जिससे गेहूं सड़क पर बिखर गया। इसके बाद सभी किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए और “किसान विरोधी सरकार मुर्दाबाद” के नारे लगाने लगे।
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस और अधिकारियों ने मामले को शांत करने की कोशिश की। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने जीतू पटवारी और चार-पांच किसानों को घर के अंदर बुलाया। दोनों पक्षों के बीच किसानों की समस्याओं पर करीब 15 मिनट चर्चा हुई। बाहर मौजूद प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते रहे।
मुलाकात के बाद बाहर लौटते हुए जीतू पटवारी ने पुलिसकर्मियों से माफी मांगी। उन्होंने कहा- अगर मुझसे या किसी कार्यकर्ता से कोई गलती हुई हो, तो हमें माफ कर दें। हमारा मकसद केवल किसानों की आवाज उठाना था। इसके बाद कांग्रेस का दल शांतिपूर्वक वापस लौट गया।
कांग्रेस के इस विरोध के बाद भाजपा ने कड़ा पलटवार किया। भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवालने एक्स (X) पर जीतू पटवारी की फोटो शेयर करते हुए लिखा- किसान भाजपा के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। मोदी–मोहन सरकार सदैव किसानों के हितों के प्रति संवेदनशील और समर्पित रही है। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी केवल राजनीतिक सुर्खियों के लिए स्वांग रच रहे हैं…