Aakash Waghmare
8 Dec 2025
Manisha Dhanwani
8 Dec 2025
श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क से निकलकर राजस्थान के करौली जिले के सिमारा गांव पहुंचे चीता पवन (ओबान) को शनिवार को राजस्थान वन विभाग और कूनो की चीता ट्रेकिंग टीम ने टेंकुलाइज कर लिया है। कूनो प्रबंधन की टीम देर शाम पवन को लेकर कूनो नेशनल पार्क पहुंची। खास बात है कि कूनो पार्क से काफी दूर निकल जाने की वजह से उसे ट्रेंकुलाइज किया है, जबकि मादा चीता वीरा अभी भी मुरैना जिले की सीमा पर डेरा जमाए बैठी है। ट्रेकिंग टीम उसकी निगरानी कर रही है।
उल्लेखनीय है कि नर चीता पवन और मादा चीता वीरा गुरुवार दोपहर कूनो पार्क से निकलकर मुरैना जिले के बरौठा गांव के बीहड़ों में पहुंच गए थे, लेकिन पवन रातभर भटकते हुए राजस्थान के करौली जिले के करणपुर के सिमारा गांव पहुंच गया। शनिवार सुबह कुछ ग्रामीणों ने चीते को एक खेत में बैठे देखा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जानकारी मिलते के बाद वन टीम मौके पर पहुंची। टीम ने इसके चीता होने की पुष्टि की और कूनो प्रबंधन को जानकारी दी।
कूनो की ट्रेकिंग टीम राजस्थान पहुंची और पवन को रेस्क्यू कर 3- 4 घंटे में ट्रेंकुलाइज कर लिया। डीएफओ कूनो आर थिरुकुराल का कहना है कि पवन राजस्थान पहुंच गया था, उसको ट्रेंकुलाइज कर लिया गया है, जबकि वीरा मुरैना इलाके में है। हमारी ट्रेकिंग टीम चीते की निगरानी कर रही है, इसलिए चिंता की बात नहीं है।
गौरतलब है कि मप्र और राजस्थान के ये दोनों जिले चंबल नदी से सटे हैं। करौली का सिमारा भी चंबल के किनारे बसा है। चार माह पहले भी कूनो नेशनल पार्क से लापता चीता अग्नि राजस्थान की सीमा में पहुंच गया था। उसकी लोकेशन एमपी और राजस्थान से सटे बारां जिले के जंगल के आसपास मिली थी। कूनो की टीम बारां पहुंची और चीते को ट्रेंकुलाइज कर ले आई थी। ये भी राजस्थान की सीमा में 15 किमी अंदर तक चला गया था।