Naresh Bhagoria
10 Nov 2025
पटना। बिहार की राजधानी पटना के राजाबाजार स्थित पारस अस्पताल में गुरुवार को एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। इलाज के लिए भर्ती एक कैदी को अस्पताल के ICU में घुसकर चार अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर दिया। इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गोली लगने वाला शख्स चंदन मिश्रा है, जो बक्सर जिले का रहने वाला था। वह हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था और इस वक्त इलाज के लिए पटना के बेऊर जेल से 15 दिन की पैरोल पर बाहर आया था। उसकी हालत बिगड़ने पर उसे पारस अस्पताल में भर्ती किया गया था।
चंदन मिश्रा को 2011 में बक्सर के चूना व्यवसायी राजेंद्र केसरी की हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया था। 2012 में उसे उम्रकैद की सजा मिली थी। उस पर हत्या, रंगदारी और आपराधिक षड्यंत्र के कई मामले दर्ज थे।
घटना शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में स्थित पारस अस्पताल की है। चार अपराधी एक कार से आए और सीधे अस्पताल में घुस गए। बिना किसी डर के वे ICU तक पहुंचे और चंदन मिश्रा को गोलियों से छलनी कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चंदन को तीन से चार गोलियां मारी गईं। वारदात के बाद सभी आरोपी फरार हो गए। घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। शास्त्री नगर और राजीव नगर थाने की टीमें मौके पर पहुंचीं और जांच शुरू की।
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि चंदन मिश्रा एक कुख्यात अपराधी था और उस पर कई संगीन मुकदमे दर्ज थे। वह पहले बक्सर जेल में था, लेकिन उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए उसे भागलपुर और फिर बेऊर जेल शिफ्ट किया गया था। एसएसपी ने आशंका जताई कि चंदन के विरोधी गैंग ने ही उसे निशाना बनाया है।
इस सनसनीखेज घटना पर राजनीति भी गरमा गई है।
बिहार की राजधानी पटना जैसे संवेदनशील और हाई-प्रोफाइल क्षेत्र में, एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में ICU के अंदर गोलीबारी की घटना ने पूरे सिस्टम को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
पुलिस ने मौके से कुछ अहम सबूत जुटाए हैं और अस्पताल का CCTV फुटेज खंगाला जा रहा है। हमलावरों की तलाश में शहर के तमाम इलाकों में छापेमारी की जा रही है। जल्द ही मामले में और खुलासे होने की उम्मीद है।