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Budget 2025 :18वीं लोकसभा का पहला बजट सेशन, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण की बड़ी बातें

नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला बजट सत्र शुक्रवार (31 जनवरी) से शुरू हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सेशन में 59 मिनट का संबोधन दिया। अभिभाषण की शुरुआत उन्होंने कुंभ हादसे पर दुख जताते हुए की। जिसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं की तारीफ की। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने कहा कि, हमारी एक ही पहचान- भारतीय और एक ही संकल्प- विकसित भारत का निर्माण करना है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सेशन के दूसरे दिन 1 फरवरी को 18वीं लोकसभा और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करेंगी। बतौर वित्त मंत्री सीतारमण का यह लगातार आठवां बजट होगा। इस बार बजट में पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) में वृद्धि और घरेलू मांग को बढ़ावा देने के उपायों की उम्मीद की जा रही है।

संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण

18वीं लोकसभा के बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सेशन में 59 मिनट का संबोधन दिया।

हमारा एक ही लक्ष्य- विकसित भारत

हमारी एक ही पहचान है- भारतीय, एक ही लक्ष्य है- विकसित भारत। आने वाले वर्षों में हम भारत को विकसित भारत बनाने का संकल्प लें। हमें इन प्रेरणाओं को आगे रखते हुए एकता के संकल्प से विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करना है। हम साथ मिलकर बढ़ेंगे तो हमारी भावी पीढ़ियां 2047 में निश्चित रूप से विकसित भारत देखेंगी।

देश के विकास में सबका साथ

आज देश के विकास में सबका साथ है इसलिए हम देश के सभी सामर्थ्य का अनुभव कर रहे हैं। इसका लाभ दलित, वंचित और आदिवासी समाज को मिल रहा है। 770 एकलव्य विद्यालयों में आदिवासी बच्चों को शिक्षा दी जा रही है, और 30 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद नया विकास वातावरण बना है।

किसानों के लिए सरकार समर्पित

सरकार किसानों की आय बढ़ाने और फसलों का उचित मूल्य दिलाने पर काम कर रही है। 332 मिलियन टन अनाज उत्पादन हुआ, एमएसपी बढ़ाई गई, और कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड को बढ़ावा दिया गया। मौसम विज्ञान विभाग के 150 साल पूरे हुए और सूखा प्रभावित क्षेत्रों में सिंचाई परियोजनाएं शुरू की गईं। मिशन मौसम से किसानों को फायदा हुआ।

कैंसर दवाएं कस्टम ड्यूटी से मुक्त

भारत मेट्रो नेटवर्क में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है। इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत की जा रही है, जिससे रोजगार बढ़ेगा। 15 रोपवे प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। कैंसर दवाओं को कस्टम ड्यूटी से मुक्त किया गया और 9 करोड़ महिलाओं की स्क्रीनिंग की गई। 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर बन चुके हैं।

बुनियादी ढांचे का बजट पांच गुना बढ़ा

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर से देश को नया आत्मविश्वास मिला है। 10 साल में बुनियादी ढांचे का बजट 2 लाख करोड़ से बढ़कर 11 लाख करोड़ हो गया है। डीप वाटर मेगा पोर्ट, उधमपुर-श्रीनगर रेल और दुनिया का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज बन चुके हैं।

भारत टेक्नोलॉजी का ग्लोबल प्लेयर

सरकार ने छोटे उद्यमियों को महत्वपूर्ण माना और उन्हें स्वरोजगार, ई-कॉमर्स, लोन और मुद्रा लोन का लाभ दिया। वित्तीय सेवाएं अब आसानी से उपलब्ध हैं। रेहड़ी-पटरी वालों को स्वनिधि योजना का लाभ मिल रहा है। भारत 5G और यूपीआई जैसी टेक्नोलॉजी में एक ग्लोबल प्लेयर बन चुका है,डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ रहे हैं। भारत में छोटे से छोटा दुकानदार इस सुविधा का लाभ उठा रहा है। डीजी लॉकर से कहीं भी और कभी भी अपने अहम दस्तावेज दिखाने की व्यवस्था मिली।

विकसित भारत के निर्माण में इनका योगदान

विकसित भारत के निर्माण में किसानों, जवानों, विज्ञान और अनुसंधान का महत्वपूर्ण योगदान है। 50 हजार करोड़ की लागत से नेशनल रिसर्च सेंटर और 10 हजार करोड़ से विज्ञान को बढ़ावा दिया जा रहा है।

डिजिटल टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप, इनोवेशन में भारत आगे

पिछले 10 साल में युवाओं ने देश के बड़े प्रयासों का दायित्व उठाया है और हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन किया है। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाएं सफल हो रही हैं। भारत 1.5 लाख स्टार्टअप्स, स्किल इंडेक्स में दूसरे नंबर पर और एआई व डिजिटल टेक्नोलॉजी में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है।

महिलाएं उद्यमी बन रहीं

नारी शक्ति वंदन के लिए लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण महत्वपूर्ण कदम है। 10 करोड़ से अधिक महिलाओं को 9 लाख करोड़ रुपए दिए गए हैं और 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है। अब तक 1.15 करोड़ महिलाएं लखपति बन चुकी हैं और उद्यमी के रूप में काम कर रही हैं।

जनभागीदारी ही आर्थिक उन्नति का रोड मैप

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि एक दशक में विकसित भारत की यात्रा नई दिशा में जा रही है, जहां जनभागीदारी और आर्थिक उन्नति का रोड मैप है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार का मंत्र है “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” और वे गरीबों के लिए गरिमापूर्ण जीवन की कोशिश कर रहे हैं।

उच्च शिक्षा में मदद के लिए योजना

राष्ट्रपति ने अपने भाषण में छात्रों के लिए उच्च शिक्षा में मदद देने वाली योजना का उल्लेख किया, जिसके तहत 500 कंपनियों में इंटर्नशिप भी दी जाएगी। पेपर लीक रोकने के लिए नया कानून लागू किया गया है और ग्राम सड़क योजना के लिए 26 हजार करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। पिछले 6 महीनों में 17 वंदे भारत ट्रेनों को जोड़ा गया है। 13 भारतीय भाषाओं में प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। भारत तकनीकी क्षेत्र में अग्रणी बन चुका है और स्पेस डॉकिंग में सफलता हासिल की है। यूपीआई और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है।

कई योजनोओं से मिला लाभ

हमने आवास के लिए ठोस कदम उठाए हैं। पीएम आवास योजना के तहत 3 करोड़ नए घर बनाए जाएंगे, जिसके लिए 5 लाख 36 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। स्वामित्व योजना के तहत अब तक 2.25 करोड़ स्वामित्व कार्ड जारी किए जा चुके हैं। पिछले 6 महीनों में 70 लाख कार्ड लागू किए गए हैं। किसान सम्मान निधि के तहत पिछले महीने 41 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। आयुष्मान योजना के तहत 70 साल और उससे अधिक उम्र के नागरिकों को बीमा देने का निर्णय लिया गया है। छोटे उद्यमियों के लिए मुद्रा ऋण की सीमा 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख कर दी गई है।

महाकुंभ में हुए हादसे पर जताया दुख

राष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरुआत में संविधान को अपनाए जाने के 75 साल पूरे होने का उल्लेख किया और संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ में हुई घटना पर दुख व्यक्त किया और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सरकार सभी को आवास उपलब्ध कराने के साथ-साथ शिक्षा और रोजगार पर ध्यान दे रही है। अब तक 2 करोड़ 25 लाख स्वामित्व कार्ड वितरित किए जा चुके हैं।

बजट सत्र से पहले क्या बोले पीएम मोदी

बजट सत्र से पहले मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं मां लक्ष्मी को प्रणाम करता हूं। हमारे यहां सदियों से ऐसे मौके पर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद लिया जाता है। मां लक्ष्मी हमें समझ, सफलता, समृद्धि और कल्याण देती हैं। मैं मां लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि उनकी विशेष कृपा हमारे देश के हर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों पर बनी रहे।

सत्र में 16 बिल हो सकते हैं पेश

संसद का बजट सत्र शुक्रवार (31 जनवरी) से शुरू हो रहा है। इस सत्र में 16 बिल पेश हो सकते हैं। इनमें से 12 बिल 2024 के मानसून और विंटर सत्र में लाए गए थे, जिनमें वक्फ अमेंडमेंट बिल भी शामिल है। चार नए बिलों में फाइनेंस बिल के अलावा प्रोटेक्शन ऑफ इंट्रेस्ट इन एयरक्राफ्ट ऑब्जेक्ट्स, त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी और इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल शामिल हैं।

13 फरवरी तक चलेगा बजट सत्र का पहला चरण

संसद के बजट सत्र का आज से शुरू हो रहा पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा। सेशन के तीसरे दिन यानी 2 फरवरी को रविवार होने की वजह से छुट्‌टी रहेगी। इसके बाद 3 फरवरी से 6 फरवरी तक राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा होगी। प्रधानमंत्री मोदी 6 फरवरी को ही राज्यसभा में चर्चा पर जवाब दे सकते हैं। पांच फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के तहत मतदान की वजह से संसद की कार्यवाही नहीं चलेगी। बजट सत्र का दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होगा, जो 4 अप्रैल तक चलेगा।

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