
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच उपजा कूटनीतिक तनाव अब आम नागरिकों की आवाजाही पर भी असर डालने लगा है। इस बीच, गुरुवार को पाकिस्तान ने अपने नागरिकों के लिए बंद किया गया बॉर्डर गेट शुक्रवार को फिर से खोल दिया। हालांकि एक दिन पहले पाकिस्तान के इस रवैये से सैकड़ों पाकिस्तानी नागरिक भारत में फंस गए थे, जिनमें कई मरीज, महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
गुरुवार को पाकिस्तान ने नहीं खोला गेट
भारत की ओर से अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तानी पासपोर्ट धारकों को एकत्र कर इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। लेकिन पूरे दिन इंतजार के बावजूद पाकिस्तान ने शाम 5 बजे तक भी गेट नहीं खोला, जिसके कारण सभी पाक नागरिकों को लौटना पड़ा। भारत की तरफ से सारी कागजी कार्रवाई पूरी हो चुकी थी, फिर भी पाकिस्तान ने अपने ही नागरिकों को रिसीव करने से इनकार कर दिया।
मरीजों को लौटना पड़ा बिना इलाज के : पाक विदेश मंत्रालय
इस घटना के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा, भारतीय प्रशासन द्वारा अचानक पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द किए जाने के कारण कई मरीज इलाज अधूरा छोड़कर गंभीर स्थिति में लौटे। बच्चों समेत कई परिवारों को जबरन अलग होना पड़ा।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि अगर भारतीय प्रशासन अनुमति देता है, तो हम अपने नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा कि वाघा सीमा भविष्य में भी पाकिस्तानी नागरिकों के लिए खुली रहेगी, बशर्ते भारत की तरफ से अनुमति मिले।
1008 पाकिस्तानी लौटे, भारतीयों की संख्या 1575
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच 30 अप्रैल तक कुल 1008 पाकिस्तानी नागरिक भारत से लौट चुके हैं, जबकि पाकिस्तान से अब तक 1575 भारतीय वापस भारत आ चुके हैं। 1 मई को पाकिस्तान ने गेट बंद रखकर किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को रिसीव नहीं किया, जिससे कई लोगों की रवानगी अधर में पड़ गई थी। हालांकि अब गेट खोल दिए जाने के बाद धीरे-धीरे आवाजाही दोबारा शुरू हो रही है।
30 अप्रैल थी अंतिम तारीख, लेकिन कुछ लोग अब भी फंसे
पाकिस्तान की तरफ से वाघा सीमा से लौटने की आखिरी तारीख 30 अप्रैल तय की गई थी, लेकिन मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अब भी कुछ पाक नागरिक अटारी बॉर्डर पर फंसे हुए हैं। भारत-पाक के बीच चल रहे मौजूदा तनाव की वजह से इनकी वापसी पर भी संशय बना हुआ है।
भारत के सख्त रुख ने बदले समीकरण
पहलगाम में हुए हमले में 27 भारतीय पर्यटकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। इसमें पाक नागरिकों को वीजा जारी करना बंद करना, अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को अस्थाई रूप से बंद करना, SAARC वीजा छूट रद्द करना और पाकिस्तानी राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश देना शामिल है।