अब कॉलेजों में यूजी के स्टूडेंट पढ़ेंगे रामचरित मानस
इसी सत्र से बीए फर्स्ट ईयर में वैकल्पिक रहेगा विषय
Publish Date: 13 Sep 2021, 8:59 PM (IST)Reading Time: 1 Minute Read
पीपुल्स संवाददाता, भोपाल। मप्र के कॉलेजों में अब रामचरित मानस (RamCharit Manas ) भी पढ़ाया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग ने इसी सत्र से बीए फर्स्ट ईयर में इसे वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल किया है। विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत ‘रामचरित मानस का व्यावहारिक दर्शन’ नाम से सिलेबस तैयार किया है। इसे दर्शन शास्त्र विषय में शामिल किया गया है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा करते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि रामचरित मानस को पढ़ाने के लिए कॉलेजों में अतिरिक्त फैकल्टी की जरूरत नहीं होगी। इसे हिंदी और दर्शन शास्त्र के प्रोफेसर पढ़ा सकेंगे। इसका 100 नंबर का पेपर रहेगा। इस विषय को पढ़ाने का मुख्य उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व का विकास करना है। इससे छात्रों में नेतृत्व क्षमता और मानवतावादी दृष्टिकोण बढ़ेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में प्रदेश के कॉलेजों में बीए फर्स्ट ईयर के नए सिलेबस शामिल किए गए हैं। इसमें महाभारत, रामचरित मानस, योग और ध्यान आदि शामिल हैं। इसमें रामचरित मानस अप्लाइड फिलॉसफी को वैकल्पिक विषय के रूप में रखा गया है। इसके अलावा अंग्रेजी के फाउंडेशन कोर्स में फर्स्ट ईयर के छात्रों को सी राजगोपालचारी की महाभारत की प्रस्तावना पढ़ाई जाएगी।