Naresh Bhagoria
10 Nov 2025
Naresh Bhagoria
10 Nov 2025
Aakash Waghmare
9 Nov 2025
बीजापुर। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर मंगलवार सुबह से पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ जारी है। बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में चल रही इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। जवानों ने इलाके को चारों ओर से घेर रखा है और दोनों ओर से लगातार गोलीबारी हो रही है।
बीजापुर एसपी डॉ. जितेन्द्र यादव ने मुठभेड़ की पुष्टि की है, हालांकि अब तक नक्सलियों की हताहत संख्या को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
जानकारी के मुताबिक, बीजापुर और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली बॉर्डर पर स्थित नेशनल पार्क क्षेत्र में सुरक्षा बलों को नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद सोमवार तड़के डीआरजी, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जंगल के भीतर पहुंचते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसका जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
एसपी डॉ. जितेन्द्र यादव ने बताया कि बीजापुर-गढ़चिरौली बॉर्डर पर ऑपरेशन जारी है। दोनों ओर से फायरिंग हो रही है। अभी मुठभेड़ की स्थिति स्पष्ट नहीं है। सर्चिंग के बाद ही नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हो सकेगी।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान कई नक्सली ढेर हुए हैं, जिनमें एक बड़ा नक्सल कमांडर भी शामिल हो सकता है। सुरक्षा बलों ने इलाके को पूरी तरह सील कर दिया है और आसपास के गांवों में तलाशी अभियान जारी है। घायल जवानों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है।
रविवार को गरियाबंद जिले में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच करीब 4 घंटे तक मुठभेड़ चली थी। लगातार फायरिंग के बाद नक्सली जंगल का सहारा लेकर भाग निकले थे। पुलिस अब भी फरार नक्सलियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही है।
बीजापुर जिले में यह पिछले 6 दिनों में दूसरी बड़ी मुठभेड़ है। 5 और 6 नवंबर को छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर अन्नाराम और मरीमल्ला के जंगलों में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर हुआ था, जिसमें तीन नक्सली मारे गए थे। उस मुठभेड़ में पुलिस को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए थे।
बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिले में बीते कुछ महीनों में पुलिस ने कई नक्सली कमांडरों को मार गिराया है। लगातार चल रहे सर्च ऑपरेशन से नक्सलियों की गतिविधियों पर दबाव बढ़ा है। वहीं सुरक्षा एजेंसियां अब सीमावर्ती इलाकों में छोटे-छोटे समूहों में छिपे नक्सलियों को घेरने की रणनीति पर काम कर रही हैं।