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नेशनल हेराल्ड केस : देशभर में ED ऑफिस के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन, सोनिया-राहुल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने का विरोध

नई दिल्ली। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा पार्टी के शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जाने के विरोध में बुधवार को देशभर में ED दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति का आरोप लगाया। वहीं दिल्ली में पार्टी मुख्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है।

सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता बुधवार को सुबह ही पार्टी के पुराने मुख्यालय 24 अकबर रोड पहुंच गए और अपने नेताओं के पक्ष और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बता दें कि ED ने कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड अखबार और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुडे मनी लॉन्ड्रिंग केस में मंगलवार को पहली चार्जशीट दाखिल कर दी। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम शामिल हैं।

यह राजनीति से प्रेरित मामला है : पायलट

कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने आरोप लगाया कि यह सब राजनीति से प्रेरित मामला है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “यह राजनीति से प्रेरित मामला है। हमें न्यायिक प्रणाली पर भरोसा है। हम इसे कानूनी रूप से लड़ेंगे। राहुल गांधी और सोनिया गांधी को जानबूझकर निशाना बनाया गया है।” पायलट ने कहा कि यह सब विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए किया गया हैl

कांग्रेस से आरएसएस के लोग चिढ़ते हैं : पवन खेड़ा

पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया, “नेशनल हेराल्ड, गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी से 1947 से पहले अंग्रेज़ चिढ़ते थे, आज 2025 में आरएसएस के लोग चिढ़ते हैं। ” उन्होंने कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी तब भी मजलूमों की आवाज थी और आज भी है। खेड़ा ने कहा, “जिस गैर लाभकारी कंपनी में एक रुपए का भी लेन देन नहीं हुआ, कोई संपत्ति हस्तांतरित नहीं की गई, उस पर धन शोधन का मामला दर्ज करना मोदी के डर का परिचायक है।

कोर्ट में 25 अप्रैल को सुनवाई

राउज एवेन्यू कोर्ट इस मामले की सुनवाई 25 अप्रैल को करेगा। कोर्ट ने ED से मामले की केस डायरी भी प्रस्तुत करने को कहा है। यह चार्जशीट इस हाई-प्रोफाइल केस में एक अहम मोड़ माना जा रहा है, जिसमें कई कांग्रेस के दिग्गज नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

चार्जशीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा, “नेशनल हेराल्ड की संपत्ति जब्त करना कानून के शासन की आड़ में राज्य प्रायोजित अपराध है। यह सिर्फ बदले की राजनीति है और पीएम मोदी की धमकी की राजनीति का हिस्सा है।”

सोनिया-राहुल से की गई थी लंबी पूछताछ

नेशनल हेराल्ड केस में ED ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से जून 2022 में पांच दिनों में करीब 50 घंटे पूछताछ की थी। वहीं, सोनिया गांधी से 21 जुलाई 2022 को तीन दिनों में 12 घंटे तक सवाल-जवाब हुए थे। इस दौरान सोनिया गांधी से 100 से ज्यादा सवाल पूछे गए थे।

क्या है नेशनल हेराल्ड मामला

यह मामला 2012 में BJP नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में दाखिल याचिका से शुरू हुआ। आरोप है कि नेशनल हेराल्ड अखबार को प्रकाशित करने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) को कांग्रेस नेताओं ने धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के जरिए अपने नियंत्रण में लिया। इसके लिए एक नई कंपनी यंग इंडियन लिमिटेड बनाई गई, जिसमें सोनिया और राहुल गांधी की प्रमुख हिस्सेदारी है। स्वामी के अनुसार, यंग इंडियन के जरिए 2000 करोड़ रुपए की संपत्तियों वाली AJL को महज 50 लाख रुपए में अधिग्रहित किया गया। यह सारा कदम दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की बेशकीमती जमीन और अन्य संपत्तियों पर कब्जे के इरादे से उठाया गया।

अब तक मामले में क्या-क्या हुआ

जून 2014 : कोर्ट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत अन्य आरोपियों को समन जारी किया।

अगस्त 2014 : ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया।

दिसंबर 2015 : पटियाला हाउस कोर्ट ने सभी आरोपियों को जमानत दे दी।

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