Shivani Gupta
7 Nov 2025
Mithilesh Yadav
7 Nov 2025
उज्जैन। नागपंचमी पर्व पर उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में हर साल की तरह इस बार भी श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट मध्यरात्रि 12 बजे खोले गए। 11वीं शताब्दी की दुर्लभ प्रतिमा के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़े हैं। सुबह 10 बजे तक करीब 2 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे, और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर की तीसरी मंजिल पर स्थित श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट साल में सिर्फ एक बार नागपंचमी के दिन 24 घंटे के लिए खोले जाते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। पट खुलते ही सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत श्री विनीत गिरी महाराज ने विधिवत त्रिकाल पूजन किया। इसके बाद दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लाइन लगी, जो अब तक खत्म नहीं हुई है।
बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। गेट नंबर 4 से शुरू होकर 2 किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। भक्तों ने रात्रि 12 बजे से ही लाइन में लगकर दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार किया।
इतिहासकारों के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण परमार वंश के राजा भोजराजा ने 1050 ईस्वी के आसपास कराया था। बाद में 1732 ईस्वी में सिंधिया राजघराने के महाराज राणोजी सिंधिया ने महाकाल मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था।