राजगढ़ में भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक, उपचुनाव और 2023-24 के लिए तय किया एजेंडा
भाजपा की बैठक में ओबीसी आरक्षण को लेकर भी रणनीति बनाई गई, कांग्रेस को घेरने के लिए दिया मंत्र
Publish Date: 8 Sep 2021, 8:24 PM (IST)Reading Time: 2 Minute Read
भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा की प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक बुधवार को राजगढ़ में आयोजित की गई। इसमें पार्टी ने 2023 और 2024 में होने वाले चुनाव के लिए अभी से एजेंडा तय किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने संगठन के कामकाज से लेकर आने वाले चुनाव तक के लिए रणनीति तय की। 2023-24 के लिए ‘संगठन ही शक्ति है’ का मंत्र पदाधिकारियों को दिया गया। खास बात यह है कि भाजपा की इस बैठक में 55 पदाधिकारियों के सिवाय किसी को शामिल होने की अनुमति नहीं है।
पार्टी ने तय किया कि संगठन के कामकाज में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके साथ ही बैठक में विपक्ष को घेरने की रणनीति पर भी मंथन किया। भाजपा ने उन सीटों पर अभी से फोकस करने का प्लान बनाया है, जहां बहुत कम अंतर से पिछले चुनाव में हार-जीत हुई थी। इसके अलावा, ओबीसी आरक्षण और कई मुद्दों पर मंथन किया गया। बैठक में पूर्व राज्य मंत्री बद्रीलाल यादव ने कहा कि संगठन मजबूत करने के लिए बैठक हुई। अभी हमारे यहां 3 से 4 उपचुनाव हैं, उसको लेकर भी चर्चा की गई। बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, संगठन महामंत्री सुहास भगत, संगठन महामंत्री सतानंद भी उपस्थित रहे।
बैठक में कांग्रेस को डटकर जवाब देने की रणनीति
बैठक में तय किया गया कि विपक्ष के आरोपों का भाजपा कार्यकर्ता डटकर जवाब देंगे। अराजकता फैलाने के आरोपों पर कांग्रेस को घेरने की तैयारी की गई। बैठक में ये कहा गया कि कांग्रेस समाज को तोड़ने और अराजकता फैलाने का काम करती है। लिहाजा, कांग्रेस को जवाब देकर एक्सपोज किया जाएगा।
राजगढ़ में प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के निकाले जा रहे मायने
भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों की ये बैठक कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के गढ़ में हुई। ऐसे में इसके भी राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को घेरने की रणनीति के तहत भाजपा ने ये बैठक राजगढ़ में बुलाई थी, इससे पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कार्यक्रम तय हुआ था। हालांकि बीजेपी की आशीर्वाद यात्रा के कारण उन्हें अपना ये कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था।