Manisha Dhanwani
25 Dec 2025
Shivani Gupta
25 Dec 2025
Manisha Dhanwani
25 Dec 2025
Garima Vishwakarma
25 Dec 2025
Manisha Dhanwani
25 Dec 2025
डिजिटल डेस्क। वर्ष 2025 की हुई घटनाओं और दुर्घटनाओं के कारण देशवासियों को संकट का सामना करना पड़ा। इसके अलावा कई उपलब्धियों ने देशवासियों को गर्व करने का अवसर दिया। पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर से दुनियाभर में भारत की एक नई छवि सामने आई तो खेलों में कई मुकाबलों में सिरमौर रहकर भारतीय खिलाड़ियों ने अपना लोहा मनवाया।

22 अप्रैल 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिससे 26 पर्यटकों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हुए। द रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। यह लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन है। इसमें आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया, जबकि एक स्थानीय मुस्लिम व्यक्ति भी मारा गया। इस कायरतापूर्ण कार्रवाई ने देशभर में आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदमों और सुरक्षा समीक्षा की मांग को जन्म दिया। हमले में शामिल तीन आतंकियों को ऑपरेशन महादेव में 28 जुलाई को मार गिराया गया।

7 मई 2025 को भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर नामक सैन्य अभियान शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल और लक्षित कार्रवाई की गई। इसमें पाकिस्तान के कई आतंकी कैंप, ट्रेनिंग सेंटर ध्वस्त कर दिए गए। भारत ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे समूहों के खिलाफ आतंक अवसंरचना को निशाना बनाया। यह अभियान लगभग 10 मई 2025 तक चला और दोनों देशों के बीच फिर संघर्षविराम पर सहमति बन गई। ऑपरेशन ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को मजबूत ढंग से प्रस्तुत किया।

12 जून 2025 को एयर इंडिया फ़्लाइट AI171, एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से लंदन की ओर उड़ान भरने के बाद कुछ ही समय में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान 242 यात्रियों और क्रू के साथ टेक-ऑफ के तुरंत बाद मेघानी नगर क्षेत्र में एक मेडिकल होस्टल से टकरा गया, जिससे 241 लोगों की मौत और भारी क्षति हुई। केवल एक व्यक्ति ने बचकर अस्पताल तक पहुंच पाया। इसके अलावा प्लेन गिरने से अन्य 34 लोगों की मौत हुई। यह घटना भारत की सिविल एविएशन इतिहास की एक दुखद और गंभीर दुर्घटना थी।

29 जनवरी 2025 के प्रयाग महा कुंभ मेले में जब भीड़ संकेंद्रित थी, 29 जनवरी को एक बड़ी भगदड़ हुई जिसमें आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार 30 से अधिक श्रद्धालु मारे गए और दर्जनों घायल हुए। यह हादसा भीड़ नियंत्रण की चुनौतियों और अव्यवस्थित प्रबंधन की आलोचना का विषय बना।

15 फरवरी 2025 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन देरी और भीड़भाड़ के कारण फुटब्रिज पर भीड़ के दबने से कम से कम 18 यात्री की मौत हुई और कई घायल हुए। यह कुंभ महोत्सव की भारी यातायात मांग का हिस्सा था और यातायात प्रबंधन पर सवाल उठा।

9 मार्च 2025 को भारतीय क्रिकेट टीम ने ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल जीता, न्यूज़ीलैंड को हराते हुए यह भारत की तीसरी चैंपियंस ट्रॉफी विजयी यात्रा थी। रोहित शर्मा की महत्वपूर्ण बल्लेबाजी के दम पर टीम ने अप्रत्यक्ष रूप से अविजित अभियान पूरा किया। इस जीत ने भारतीय क्रिकेट की स्थिरता और अंतरराष्ट्रीय फॉर्म को उजागर किया और देश में क्रिकेट उत्साह को नई ऊर्जा दी।

25 जून 2025 को ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और उनका चालक दल Axiom-4 (Ax-4) मिशन के तहत स्पेसएक्स फाल्कन-9 रॉकेट से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पहुंचे। यह मिशन भारत के लिए ऐतिहासिक था क्योंकि शुक्ला पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री के रूप में ISS तक पहुंचे और उन्होंने वहां वैज्ञानिक प्रयोग, तकनीकी अवलोकन और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मिशन में भारत-NASA और Axiom Space के बीच सहयोग को भी मजबूती मिली। शुभांशु शुक्ला ने 15 जुलाई 2025 को सुरक्षित ढंग से पृथ्वी पर वापसी की, जिससे देशभर में गर्व और प्रेरणा की लहर उठी।

22 सितंबर 2025 को GST 2.0 नामक सूक्ष्म आर्थिक सुधार लागू किए गए, जो भारत के Goods and Services Tax (GST) ढांचे में अब तक का सबसे बड़ा बदलाव था। इस सुधार के तहत कई GST स्लैब को सरल बनाकर मुख्य रूप से 5% और 18% की दो प्रमुख दरें रखी गईं, जिससे व्यापार और उपभोक्ताओं के लिए कर की जटिलता कम हुई। इससे रोजमर्रा की वस्तुओं जैसे खाद्य, घरेलू सामान, कृषि उपकरण आदि पर टैक्स बोझ कम हुआ। यह बदलाव GST परिषद के निर्णय के आधार पर लागू हुआ और भारत की अर्थव्यवस्था में कर पारदर्शिता, उपभोक्ता राहत और व्यापार-सूत्र सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना गया।

28 सितंबर 2025 को टी20 एशिया कप के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। यह मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया और तिलक वर्मा को मैन ऑफ द मैच चुना गया। जीत के बावजूद भारतीय खिलाड़ियों ने एशियाई क्रिकेट काउंसिल मोहसिन नकवी के हाथों से ट्राफी लेने से इनकार कर दिया। यह सफलता टीम इंडिया की मजबूत टी20 रणनीति और दक्षिण एशियाई प्रतियोगिताओं में दबदबे को दर्शाती है।

14 अक्टूबर 2025 को राजस्थान के पास एक निजी बस में आग लग गई जिसमें 26 यात्रियों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हुए। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट-सर्किट संभावित कारण बताया गया, जिससे बस और यात्री सुरक्षा नियमों पर बहस छिड़ी।

2 नवंबर 2025 को ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर पहली बार महिला विश्व कप खिताब जीता। शैफाली वर्मा की बेहतरीन पारी तथा टीम के संतुलित प्रदर्शन ने इस उपलब्धि को संभव बनाया। हालांकि 22 विकेट लेने वाली और 215 रन बनाने वाली दीप्ति शर्मा प्लेयर ऑफ द दूर्नामेंट रहीं। यह भारत के महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक क्षण रहा और देश में खेल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिला।

10 नवंबर 2025 को दिल्ली के ऐतिहासिक रेड फोर्ट के पास एक कार विस्फोट हुआ जिसमें 12 लोग मारे गए और 20 से अधिक घायल हुए। पुलिस ने इसे आतंकवादी कृत्य मानते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को जांच सौंपी। डॉक्टर उमर नबी समेत 3 डॉक्टर इस हमले के आरोपी हैं।

23 नवंबर 2025 को कोलंबो (श्रीलंका) में आयोजित पहले महिला टी20 ब्लाइंड क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में भारत ने नेपाल को 7 विकेट से हराकर इतिहास रचा। फाइनल लक्ष्य 115 रन भारत ने 12.1 ओवर में ही पूरा कर लिया। यह भारत की दृष्टिबाधित महिला टीम की पहली विश्व कप विजेता टीम है, जिसने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को भी मात दी। टूर्नामेंट के लिए कुल पुरस्कार राशि लगभग ₹25 लाख निर्धारित थी, जिसमें विजेता टीम और व्यक्तिगत पुरस्कार शामिल थे। इसके अलावा मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी तीन विजयी खिलाड़ियों सुनीता सराठो, सुषमा पटेल और दुर्गा येवाले को प्रत्येक को ₹25 लाख की राशि भेंट की।

दिसंबर 2025 में भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo को संचालन संबंधी गंभीर संकट का सामना करना पड़ा, जब नए पायलट ड्यूटी-टाइम नियमों के प्रभाव से एयरलाइन ने लगभग 4,500 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे हजारों यात्रियों को हवाई अड्डों पर फंसने का सामना करना पड़ा और देश में घरेलू उड्डयन सेवाओं में बड़ा व्यवधान आया। इस संकट की वजहों में पायलट शेड्यूलिंग की कमी, नियम लागू करने में देरी, तकनीकी चुनौतियां, और मौसम व हवाई मार्ग भी शामिल रहे। इसके बाद DGCA और सरकार ने जांच कमेटी गठित की, उड़ान अनुसूचियों में बदलाव और प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए नए एयरलाइनों को मंज़ूरी दी गई, तथा पायलट नियमों की समीक्षा हुई। यह घटना भारत के विमानन ढांचे में संतुलन और नियमन की आवश्यकता पर गंभीर चर्चा का विषय बनी।