Manisha Dhanwani
25 Dec 2025
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के जावला मुरार गांव में एक किसान परिवार के चार लोगों की मौत से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। माता-पिता के शव घर में मिले, जबकि उनके दोनों बेटों के शव पास की रेलवे लाइन पर पाए गए। पुलिस को आशंका है कि यह सामूहिक आत्महत्या का मामला हो सकता है।
एजेंसी के अनुसार, सुबह करीब 8 बजे पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
पुलिस ने बताया कि 51 वर्षीय रमेश सोनाजी लाखे और उनकी 44 वर्षीय पत्नी राधाबाई लाखे के शव घर में एक चारपाई पर मिले। इसके बाद उनके बेटों—25 वर्षीय उमेश और 22 वर्षीय बजरंग—के शव पास की रेलवे लाइन पर पाए गए। प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि दोनों बेटे तेज रफ्तार ट्रेन के सामने कूदे होंगे।
पुलिस इंस्पेक्टर दत्तात्रय मंठले ने बताया कि फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम को सबूत जुटाने के लिए बुलाया गया है। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा। फिलहाल यह मामला सामूहिक आत्महत्या जैसा प्रतीत हो रहा है।
पुलिस के अनुसार, लाखे परिवार छोटे स्तर पर खेती करता था। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि आर्थिक तंगी या किसी घरेलू समस्या के कारण यह कदम उठाया गया। पुलिस परिजनों और पड़ोसियों के बयान दर्ज कर रही है और यह भी जांच की जा रही है कि कोई सुसाइड नोट या अंतिम संदेश छोड़ा गया है या नहीं।
परिवार में कुल चार ही सदस्य थे, ऐसे में इस घटना से पूरा परिवार खत्म हो गया। उमेश लाखे मनसे मुदखेड़ के पूर्व तहसील उपाध्यक्ष रह चुके थे और सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय थे। इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में शोक और सन्नाटा पसरा हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक अबिनाश कुमार, डीएसपी अर्चना पाटिल और बारड़ पुलिस थाने के अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसपी ने कहा कि यह घटना आर्थिक हालात से जुड़ी हो सकती है, लेकिन फिलहाल जांच जारी है।