Naresh Bhagoria
14 Nov 2025
लखनऊ स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट में तैयार की गई पहली ब्रह्मोस मिसाइल खेप शनिवार को ट्रक के जरिए रवाना कर दी गई। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया।
यह मिसाइल दुनिया की सबसे तेज और घातक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक मानी जाती है। 11 मई को सरोजिनी नगर स्थित इस यूनिट का उद्घाटन किया गया था और सिर्फ 5 महीने में मिसाइल की पहली खेप तैयार हो गई।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान को जन्म दे सकता है, तो समय आने पर क्या कर सकता है, यह दुनिया जानती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की एक-एक इंच जमीन ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता में आती है।
उन्होंने कहा- ऑपरेशन सिंदूर तो सिर्फ एक ट्रेलर था, असली ताकत जरूरत पड़ने पर दिखाई जाएगी। इस मौके पर उन्होंने रुद्राक्ष का पौधा लगाकर समारोह की शुरुआत की और कहा कि यह भगवान शिव का प्रतीक है, जिससे इस परिसर पर हमेशा महादेव का आशीर्वाद बना रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत अब सिर्फ अपनी नहीं, बल्कि अपने मित्र देशों की सुरक्षा का जिम्मा भी निभाने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 6 स्थानों पर डिफेंस कॉरिडोर का काम तेजी से चल रहा है। यह न सिर्फ देश की सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि हजारों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। अब तक 15 हजार युवाओं को इस परियोजना से नौकरी मिल चुकी है।
सीएम योगी ने डीआरडीओ को हर संभव मदद का भरोसा दिया और कहा कि जितनी जमीन की जरूरत होगी, उतनी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक राज्य को 40 करोड़ रुपए जीएसटी के रूप में प्राप्त हुए हैं और भविष्य में 150 करोड़ रुपए और मिलने की उम्मीद है।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के महानिदेशक जयदीप जोशी ने कहा कि यह मिसाइल न सिर्फ भारतीय सेना की ताकत बढ़ाएगी, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को भी मजबूत करेगी। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश और भारत दोनों के लिए गर्व का क्षण रहा। यह कदम देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता, आर्थिक विकास और रोजगार सृजन की दिशा में आगे ले जा रहा है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी, राज्यसभा सांसद संजय सेठ, विधायक राजेश्वर सिंह समेत कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।