People's Reporter
5 Nov 2025
इंदौर। शराब कारोबारी भूपेंद्र रघुवंशी की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। सुसाइड नोट में नाम सामने आने के बाद शुक्रवार दोपहर युवती इति अपने कुछ वकीलों के साथ अन्नपूर्णा थाने पहुंची। भूपेंद्र ने अपने सुसाइड नोट में इति पर ब्लैकमेलिंग और पैसों की ठगी के गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं पुलिस ने मीडिया को दूर रखने के लिए थाने के बाहर गेट पर कुर्सियां लगा दी है।
भूपेंद्र रघुवंशी ने फांसी लगाने से पहले लिखे नोट में विस्तार से बताया था कि किस तरह युवती ने उसे ब्लैकमेल कर लाखों रुपए ऐंठे और फिर भी उस पर दुष्कर्म का झूठा केस दर्ज कराने का दबाव बना रही थी। कारोबारी ने लिखा कि लगातार मानसिक प्रताड़ना के कारण उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
भूपेंद्र की मौत के बाद सोशल मीडिया और मीडिया में इति और उसकी बहन पर आरोपों की चर्चाएं तेज हो गईं। परिवार ने सुसाइड नोट से जुड़े दस्तावेज और बयान सामने लाने की तैयारी की ही थी कि इससे पहले इति अपने वकीलों संग थाने पहुंच गई। इस कदम को कई लोग “नया पैंतरा” बता रहे हैं।
इति के अधिवक्ता ने थाने में बयान देकर कहा कि उनकी मुवक्किल पर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं। वकील ने मीडिया से बातचीत में बताया कि भूपेंद्र के कई परिचित थे, उनसे मिलना-जुलना होता था। इति लंबे समय से शहर के बाहर थी। आरोपों का कोई आधार नहीं है। वकीलों ने पुलिस को इति का बैंक अकाउंट स्टेटमेंट और मोबाइल फोन भी सौंप दिए हैं।
अभी इति ने सारे आरोपों को निराधार बताया है। लेकिन भूपेंद्र रघुवंशी के सुसाइड नोट में जिस तरह से युवती का नाम साफ तौर पर लिखा हुआ था, इससे ये गुत्थी सुलझाने की वजह उलझती जा रही है।
(रिपोर्ट - हेमंत नागले)