
वाशिंगटन। अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन ओवल ऑफिस में बुधवार को विदाई भाषण दिया। बाइडन ने अमेरिकी दौलतमंदो को देश और लोकतंत्र के खतरा बताया। यह भाषण डोनाल्ड ट्रंप के इर्द-गिर्द ही रहा, हालांकि उन्होंने ट्रंप का नाम नहीं लिया। बता दें, 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे।
देश में दौलतमंदों का वर्चस्व बढ़ रहा है- बाइडन
बाइडन ने यह भाषण X के मालिक एलन मस्क और भारतीय मूल के अमेरिकी उद्योगपति विवेक रामास्वामी के ऊपर दिए है। इन्होंने 2024 चुनाव में खुलकर ट्रंप का समर्थन किया था। चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने दोनों को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के पद पर नियुक्त किया। बाइडन के इस टिप्पणी से कयास लगाए गए कि वो यही कहना चाहते हैं कि राष्ट्रपति भले ही ट्रंप रहें, लेकिन ताकत मस्क के हाथों में रहेगी।
बाइडन ने कहा कि हमारे देश में मुट्ठीभर दौलतमंदों का वर्चस्व बढ़ रहा है, जो हमारे देश और लोकतंत्र के लिए खतरा बन सकता है। उन्होंने अपने कार्यकाल को लेकर कहा कि मैंने जो भी किया है, उसका असर दिखने में समय लगेगा, लेकिन फसल बो दी गई है, वो बढ़ेगी और आने वाले समय में खिलेगा।
फेक न्यूज के जाल में फंसा अमेरिका- बाइडन
जो बाइडन ने फेक न्यूज पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी लोगों पर फेक न्यूज का जाल बिछाया गया है। आज न्यूज एजेंसियों पर प्रेसर बढ़ गया है और मीडिया खुलकर खबर नहीं दिखा पा रही है। यह गलत खबरों का जाल अमेरिका के लिए बढ़ा खतरा बन सकता है। उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग अपने निजी फायदे के लिए सत्ता का उपयोग करना चाहते हैं। वो क्लाईमेट चेंज के खिलाफ हमारे प्रयासों को खत्म करना चाहते हैं। जिससें वो अपने फायदे के लिए सत्ता का इस्तेमाल कर सकें। हमें अपने और अपने बच्चों के भविष्य की बलि चढ़ाने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।
बाइडन ने अंत में कहा, मैंने 50 सालों से अधिक अपने देश की सेवा की, जो कि मेरे लिए गर्व की बात है। मैंनै अपना तन-मन अमेरिका के लिए समर्पित कर दिया है। उन्होंने लोगों को सच्चाई के साथ आगे आने और लोकतंत्र एवं समाज में सच्चाई बनाए रखने का बात कही।
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