Garima Vishwakarma
3 Dec 2025
इंदौर - नाबालिग की मौत के बाद इंदौर पुलिस आखिर जागी और शहरभर में चाइनीज़ मांझा माफिया पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी। मंगलवार को खजराना और परदेशीपुरा थाना पुलिस ने संयुक्त दबिश देकर प्रतिबंधित मांझा बेचने वाले दो सप्लायरों को धर दबोचा। बरामदगी इतनी बड़ी है कि साफ दिख रहा है। यह सिर्फ छोटी-मोटी चोरी नहीं, बल्कि खतरनाक और संगठित काला कारोबार है।
खजराना पुलिस ने मुखबिर के इशारे पर बाबा फरीदा बाग नगर में बबलू उर्फ जावेद पिता लियाकत खान के ठिकाने पर धावा बोला। घर में 16 कार्टून में ठूंसकर रखे 912 रोल चाइनीज मांझा मिले, जिनकी कीमत लगभग 5 लाख के लगभग है। आरोपी जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस अब यह जानने में जुटी है कि इतनी भारी मात्रा का घातक मांझा शहर में कहाँ-कहाँ सप्लाई हो रहा था और इसके पीछे कौन-कौन सी बड़ी कड़ियाँ जुड़ी हैं।
उधर परदेशीपुरा पुलिस की टीम लालगली स्थित एक दुकान पर सामान्य जांच के लिए पहुँची, लेकिन दुकानदार के हावभाव देख कर शक गहरा गया। तलाशी में सामने आया कि हीरालाल गौड़ (66) “काटन धागा” का बोर्ड लगाकर चोरी-छिपे प्रतिबंधित चाइनीज़ मांझा का अवैध धंधा चला रहा था। दुकान से 84 रोल बरामद हुए, जिनकी कीमत लगभग 42 हजार रुपए बताई गई। आरोपी पर बीएनएस की धारा 223 के तहत केस दर्ज हो गया है।
नाबालिग की मौत,फिर जागा सिस्टम -
तेजाजी नगर में कुछ दिन पहले चाइनीज़ मांझा ने एक नाबालिग की जान ले ली। गला कटने से हुई इस दर्दनाक मौत ने पुलिस को अचानक फुर्तीला बना दिया और अधिकारियों ने शहरभर में अवैध बिक्री रोकने का आदेश दिया। मगर सच्चाई यह है कि हर साल यही ज़हरीला मांझा कई लोगों की जान लेता है, और हर बार पुलिस जागने का वही पुराना सिलसिला दोहराया जाता है। इंदौर में चाइनीज़ मांझा सिर्फ पतंग का धागा नहीं—यह खुलेआम बिकती मौत है, और इसे बेचने वाले अब सीधे-सीधे कातिलों की कतार में खड़े नज़र आ रहे हैं।