Shivani Gupta
3 Dec 2025
नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों गंभीर IndiGo flights ऑपरेशनल संकट से गुजर रही हैं। पिछले दो दिनों में एयरलाइन ने तकनीकी खराबी, क्रू की कमी और एयरपोर्टों पर बढ़ती भीड़ के कारण अचानक 100 से ज्यादा IndiGo flights रद्द कर दीं। इसके चलते देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई, अहमदाबाद पर अफरा-तफरी के हालात बन गए और हजारों यात्री घंटों तक फंसे रहे।
फ्लाइट कैंसिलेशन की जानकारी अचानक मिलने से कई यात्री एयरलाइन काउंटरों पर पहुंचकर नाराजगी जताते दिखे। सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आए, जिनमें यात्री इंडिगो कर्मचारियों से बहस करते नजर आए। कई लोगों ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू को टैग करते हुए कार्रवाई की मांग उठाई।
एयरलाइन ने आधिकारिक बयान जारी कर यात्रियों से माफी मांगते हुए कहा कि, पिछले दो दिनों से हमारा पूरा नेटवर्क ऑपरेशनल चुनौतियों से जूझ रहा है, जिससे यात्रियों को असुविधा हुई। हम क्षमा चाहते हैं और स्थिति सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्लाइट कैंसिल होने का सबसे बड़ा कारण पायलटों और क्रू मेंबर्स की कमी है। नवंबर 2025 से लागू हुए नए Flight Duty Time Limitation (FDTL) नियमों ने पायलटों के शेड्यूल में बड़ा बदलाव कर दिया है।
सर्दियों में यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों के मुकाबले काफी बढ़ जाती है। एयरलाइन के स्रोतों के अनुसार, सीजनल रश के कारण मौजूदा संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है। इंडिगो ने यह भी स्वीकार किया कि, उनके सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ियां बोर्डिंग और शेड्यूलिंग पर असर डाल रही हैं। जिससे देरी और कैंसिलेशन की समस्या और बढ़ गई।
एक्स (Twitter) पर कई यात्रियों ने देरी और कैंसिलेशन को लेकर एयरलाइन पर सवाल उठाए। एक यूजर ने लिखा, हैदराबाद एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार के बाद इंडिगो ने कोई उचित जवाब नहीं दिया… मजबूरी में यात्रियों को विरोध करना पड़ा। कई वीडियो में यात्रियों की लंबी कतारें, काउंटरों पर हंगामा और फ्लाइट जानकारी न मिलने से परेशान भीड़ दिखाई दी।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो से इस संकट पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। DGCA यह भी जांच कर रहा है कि भविष्य में ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए एयरलाइन क्या कदम उठा रही है। नवंबर में अकेले इंडिगो की 1,232 उड़ानें रद्द हुई थीं, जिनमें से 755 उड़ानें सीधे FDTL नियमों और क्रू की कमी के कारण प्रभावित हुई थीं।
एयरपोर्ट जल्दी पहुंचें- मैन्युअल चेक-इन में अतिरिक्त समय लग रहा है।
फ्लाइट स्टेटस बार-बार चेक करें- SMS/Email कई बार नहीं पहुंच रहा।
फ्लाइट कैंसिल पर विकल्प- फुल रिफंड, अगली उपलब्ध फ्लाइट, या वाउचर।
कनेक्टिंग फ्लाइट वाले सावधान- मिस्ड कनेक्शन की संभावना ज्यादा, री-रूटिंग पूछें।