Shivani Gupta
8 Nov 2025
Aakash Waghmare
7 Nov 2025
जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 60वें सत्र में भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के भड़काऊ बयान का करारा जवाब देते हुए भारत ने साफ कहा कि पाकिस्तान सबसे पहले अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करें और अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने पर ध्यान दें। भारत के स्थाई मिशन के काउंसलर क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान की नीतियों को उजागर करते हुए आतंकवाद और मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों में उसका कच्चा चिट्ठा खोला।
भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान लगातार इस अंतरराष्ट्रीय मंच का गलत इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान इस मंच का भारत के खिलाफ गलत इस्तेमाल कर रहा है। उसे हमारे क्षेत्र पर नजर रखने की बजाय अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करना चाहिए। उन्हें अपनी डूबती अर्थव्यवस्था को बचाने पर ध्यान देना चाहिए, जिसके सहारे उसका जीवन टिका हुआ है।”
भारत ने UNHRC को भी आगाह किया कि परिषद को निष्पक्ष और गैर-चयनशील रहना चाहिए ताकि दुनिया के सामने मौजूद वास्तविक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान के भेजे आतंकियों ने इस साल अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हमला किया था। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या दुनिया उरी या मुंबई हमलों को भूल सकती है? त्यागी ने कहा कि भारत और पूरी दुनिया पाकिस्तान की इन हरकतों को कभी नहीं भूलेगी।
भारत ने पाकिस्तान सेना द्वारा अपने ही लोगों पर की गई बमबारी को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। क्षितिज त्यागी ने बताया कि पाकिस्तान दुनिया का ऐसा देश है जो अपने ही नागरिकों पर लड़ाकू विमानों से बम गिराता है। उन्होंने हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में हुई बमबारी का जिक्र किया, जहां 22 सितंबर की रात पाकिस्तान सेना ने महिला-बच्चों सहित 30 निर्दोष लोगों की जान ले ली।
स्थानीय लोगों ने इसे ‘जेट बॉम्बिंग’ करार दिया और सवाल उठाया कि क्या ये मासूम बच्चे आतंकवादी थे? भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इस बर्बरता की ओर खींचते हुए कहा कि पाकिस्तान को अपने ही लोगों पर जुल्म ढाने से पहले मानवाधिकारों का पाठ पढ़ाने का कोई हक नहीं।
क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान को याद दिलाया कि वह लगातार संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों को पनाह दे रहा है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर झूठा प्रचार कर रहा है। उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान को आतंक का निर्यात करने, अपने ही लोगों पर बमबारी करने और आतंकवादियों को शरण देने से फुर्सत मिले तो उसे अपनी लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर चल रही अर्थव्यवस्था को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए।”
भारत ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया के सामने आ चुकी है। आतंकवाद फैलाने, मानवाधिकारों का उल्लंघन करने और अपनी असफल नीतियों को छिपाने के लिए भारत पर आरोप लगाना पाकिस्तान की पुरानी आदत है। लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत उसकी हर साजिश का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।